जानिए गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण के दौरान बरतें सावधानी

Update: 2022-10-25 12:07 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।   क्योंकि सूतक या सूतक काल एक ऐसा अशुभ समय होता है, जिसमें कुछ विशेष कार्य करने की मनाही होती है. सामान्यत: ग्रहण लगने से कुछ घंटों पहले सूतक काल शुरू हो जाता है और ग्रहण के समाप्त होने पर स्नान के बाद सूतक काल समाप्त होता है. ग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पहले ही शुरू हो चुका है.

सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या ना करें
सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ कार्यों को विशेष रुप से करने की मनाही होती है तो कुछ कार्यों के लिए सर्वोत्तम समय होता है. बुजुर्ग, बच्चों और रोगियों पर ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होता है. हालांकि गर्भवती महिलाओं को इस दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है. माना जाता है किग्रहण का मां और अजन्मे बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
सूर्य ग्रहण पर क्या करें
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर जाने से बचना चाहिए. इस दौरान उन्हें जागते रहना चाहिए और मंत्रों का जाप करना चाहिए. जैसे ही ग्रहण समाप्त होता है, गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए स्नान करना चाहिए. इसके अलावा दरवाजे और खिड़कियों को मोटे पर्दों से ढक देना चाहिए ताकि बाहर की किरणें घर के अंदर प्रवेश न कर सकें.
सूर्य ग्रहण पर क्या न करें
इस दौरान गर्भवती महिलाओं को भोजन करने से बचना चाहिए. ग्रहण काल में उन्हें नुकीली चीजों के इस्तेमाल से भी बचना चाहिए. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को बासी खाना नहीं खाना चाहिए और कोई भी जोखिम भरा काम करने से बचना चाहिए जिससे चोट लग सकती है.

न्यूज़ क्रेडिट: zee-hindustan

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