हम सभी जिस घर में रहते है. उस घर के वास्तु का प्रभाव हमारे मस्तिष्क सहित अन्य शारीरिक गतिविधियों पर पड़ता है. अगर घर वास्तु के अनुकुल है तो हमारे जीवन पर उसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा. और अगर घर वास्तु के अनुकूल नहीं है. तो उसका नकारात्मक प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है.
इस तरह पा सकते हैं वास्तु दोष से निजात
अगर आपकी इनकम नहीं हो रही है और घर में बीमारियां ज्यादा हैं, तो ईशान कोण को चेक करें. खर्चे ज्यादा हैं, तो अग्निकोण को और कर्जदारों से परेशान है तो वायव्य कोण को और यदि आपका इन्वेस्ट किया हुआ पैसा डूब रहा है या बचत नहीं हो रही, तो नैऋत्य कोण को चेक करें. अगर आप पूरे सिस्टम को कंट्रोल करने में विफल हैं, जीवन में उथल-पुथल है, तो ब्रह्म स्थान को चेक करें. इसे शुद्ध करने का प्रयास करें. आप अपनी समस्याओं की जड़ तक खुद पहुंच जायेंगे कि आखिर ऐसा क्यो हो रहा है. उन स्थानों को वास्तु सम्मत करने का प्रयास करें. जीवन की परिस्थितियों जरूर बदलेगी.
इस तरह की हस्त रेखाओं वाले मनुष्य होते हैं अहंकारी
अगर सूर्य पवर्त पर कई खड़ी रेखाएं हैं, तो जातक हमेशा उर्जा से भरपूर रहेगा. यही कारण है कि उसमें ओवर कफिडेंस और अहंकार की भी भावना प्रबल हो जाती है. वह कई काम एक ही साथ करने लगता है. मतलब एक साथ वह कई नाव पर सवार होने की कोशिश करने लगता है. परिणाम स्वरूप वह एक भी काम को पूरा नही कर पाता है. इसलिए ऐसे जातक को ऊर्जा का सही उपयोग करना चाहिए और जब तक एक पूरा नहीं हो तब तक उसे दूसरा काम शुरू नहीं करना चाहिए.
न्यूज़ क्रेडिट: zee-hindustan