महामृत्युंजय मंत्र के लाभ
ये मंत्र आमतौर पर ज्योतिषियों द्वारा उन लोगों को सुझाया जाता है जो पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं. इस मंत्र का प्रतिदिन जाप करने से बीमारियों को दूर रखा जा सकता है और आप स्वस्थ रह सकते हैं. रोज सुबह एक माला जाप करना लाभकारी हो सकता है. एक माला में 108 मनके होते हैं.
बहुत से लोग किसी न किसी कारण से अपने जीवन में रुकावटें और नकारात्मकता महसूस करते हैं. महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से उन्हें अपने जीवन पर किसी भी बुरी शक्तियों या नकारात्मकता के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है.
अगर परिवार में समस्या है या परिवार में कोई बीमार है तो उनके नाम से इस मंत्र का जाप किया जा सकता है. उस व्यक्ति के लिए प्रार्थना करें, उनका नाम लें और फिर नामजप करना शुरू करें.
ज्योतिष के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से आपको मानसिक शांति मिल सकती है. ये व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है. अगर वे प्रतिदिन मंत्र का जाप करते हैं तो व्यक्ति बहुत अधिक बेहतर महसूस करता है.
अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं जो प्रतिदिन इस मंत्र का जाप नहीं कर सकते हैं तो आप इसे अपने घर या कार्यालय में प्रतिदिन 108 बार बजा सकते हैं. ये आपके घर से किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करेगा और आपके आस-पास एक सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद करेगा. हालांकि इस मंत्र का अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए, आपको इसे स्वयं ही पढ़ना चाहिए.
जन्म और मृत्यु दोनों स्वाभाविक हैं. ये तो सभी जानते हैं कि एक दिन उन्हें मरना ही है लेकिन मौत का ये डर हमें कभी नहीं छोड़ता है. इस मंत्र का जाप हमें मृत्यु के भय से मुक्त करता है. अन्य नकारात्मकताएं जो हमारे जीवन का हिस्सा हैं, जिनमें ईर्ष्या, लालच, नुकसान का डर, असुरक्षा भी शामिल हैं, हमें किसी न किसी रूप में मार देती हैं. ये मंत्र हमें सभी नकारात्मकताओं से मुक्त करने और सकारात्मक और स्वस्थ जीवन जीने में मदद करता है.
महामृत्युंजय मंत्र का जाप कभी भी और कहीं भी किया जा सकता है. सुबह स्नान के बाद इसका जाप करना उत्तम होता है. इस मंत्र का जाप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल करना लाभकारी माना जाता है. बेहतर परिणामों के लिए आपको मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए.