घर में कैसी गणेशजी की प्रतिमा रखें, जाने इसके बारे में
प्रत्येक मास में पड़ने वाली चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है. शास्त्रों के मुताबिक माघ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी गणेश जयंती के रूप में मनाई जाती है.
प्रत्येक मास में पड़ने वाली चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित है. शास्त्रों के मुताबिक माघ शुक्ल पक्ष की चतुर्थी गणेश जयंती के रूप में मनाई जाती है. मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन सच्चे मन से व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करने से दुख दूर होते हैं. इसके अलाव इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा और सुपारी अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते है. इस बार गणेश जयंती 4 फरवरी, शुक्रवार के दिन है. जानते हैं कि घर भगवान गणेश की कैसी प्रतिमा रखनी चाहिए और इसके क्या लाभ मिलते हैं.
घर में कैसी गणेशजी की प्रतिमा रखें
पूजा घर में गणेशजी की मूर्ति रखने के कुछ खास नियम बताए गए हैं. ऐसे में पूजा घर में हमेशा सम यानि 2,4,6 की संख्या में गणेशजी की प्रतिमा रखनी चाहिए. वहीं घर में बैठे गणेशजी की प्रतिमा रखनी चाहिए. वहीं घर के पूजा स्थल पर गणेशजी की खड़ी प्रतिमा रखना अच्छा नहीं माना गया है.
अलग-अलग मनोकामा के लिए गणेशजी की प्रतिमा
श्वेतार्क गणपति- आक के पौधे की जड़ से बने श्वेतार्क गणपति की पूजा करने से नजर दोष, टोने टोटके आदि का भय नहीं रहता है.
पारद गणपति- पारद पत्थर से बने गणपति की प्रतिमा का पूजन भी शुभ माना गया है. गणेशजी के इस स्वरूप की पूजा करने से जीवन सुखमय रहता है.
चंदन के गणपति- चंदन की गणपति की प्रतिमा की पूजा के वैवाहिक जीवन से संबंधित परेशानियां दूर होती है.
चांदी के गणपति- चांदी से बनी गणेशजी की प्रतिमा की पूजा करने से जीवन में धन-दौलत की कमी नहीं होती. साथ ही कर्ज की समस्या का भी समाधान हो जाता है.
मूंगे के गणपति- सिंदूरी मूंगे से बनी गणपति की पूजा करने से शत्रुओं का भय नहीं रहता है. साथ ही सुखी जीवन का आशीर्वाद मिलता है.