जया एकादशी व्रत से मिलता है सभी पापों से मुक्ति, खुलते है मोक्ष का द्वार

माघ शुक्ल एकादशी के दिन जया एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस व्रत को रखने से जाने-अनजाने में किए गए पाप कट जाते हैं

Update: 2022-01-31 12:32 GMT

माघ शुक्ल एकादशी के दिन जया एकादशी का व्रत रखा जाता है. इस व्रत को रखने से जाने-अनजाने में किए गए पाप कट जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस व्रत के और भी कई प्रकार के कष्टों से छुटकारा मिलता है. जया एकादशी व्रत के दौरान भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. ऐसे में जानते हैं जया एकादशी शुभ मुहूर्त और व्रत-विधि के बारे में.

2022 में कब है जया एकादशी 
इस साल जया एकादशी व्रत 12 फरवरी को रखा जाएगा. व्रत के लिए शुभ मुहूर्त 11 फरवरी, शुक्रवार के दिन दोपहर 1 बजकर 52 मिनट से शुरू हो जाएगी. एकादशी तिथि का समापन 12 फरवरी, शनिवार की शाम 4 बजकर 27 मिनट पर होगा. चूंकि उदया तिथि 12 फरवरी, शनिवार के दिन है, इसलिए इस दिन ही व्रत रखना अच्छा होगा. इसके अलावा जया एकादशी व्रत का पारण 13 फरवरी, रविवार सुबह 7 बजकर 1 मिनट से 9 बजकर 15 मिनट के बीच किया जा सकता है.
जया एकादशी पूजा विधि
जया एकादशी के व्रती को एक दिन पहले यानि दशमी को एक वक्त ही सात्विक आहार ग्रहण करना चाहिए. साथ ही व्रत करने वालों को संयमित रहकर ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए. व्रत के दिन सुबह स्नान के बाद संकल्प लेकर धूप, दीप, फूल, नैवेद्य और पंचामृत से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. रात में भगवान का भजन करना चाहिए. द्वादशी के दिन ब्राह्मण या जरुरतमंदों को भोजन कराकर दक्षिणा देने के बाद व्रत का पारण करना चाहिए.


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