घर में पूजा के बाद शंख बजाने से पहले नियमों को जानना है जरूरी, जानें क्या है इसका महत्व
मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी मिलता है. घर में शंख बजाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानें.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म में शंख में मां लक्ष्मी का वास माना गया है. मान्यता है कि पूजा के बाद नियमित रूप से शंख को बजाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और गृह-क्लेश से छुटकारा मिलता है. मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु का आशीर्वाद भी मिलता है. घर में शंख बजाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानें.
शंख बजाने के नियम
- अगर आपने घर में शंख रखा हुआ है तो एक नहीं बल्कि 2 शंख लेकर रखें. बजाने के लिए एक शंख और दूसरा शंख अभिषेक करने के लिए रखें.
- भगवान की पूजा करने वाले शंख को भूलकर भी न बजाएं. ऐसा करने से वे झूठा हो जाता है.
- वहीं, बजाने वाले शंख से कभी पूजा नहीं करनी चाहिए.
- पूजा घर में एक ही शंख रखें, जो कि पूजा के लिए होता है.
- दूसरा शंख पूजा घर या मंदिर के आसपास सफेद रंग के कपड़े में लपेट कर रखें.
- मान्यता है कि भगवान विष्णु को शंख से जल अर्पित करना शुभ होता है. लेकिन भगवान शिव और सूर्य देवता को भूलकर भी शंख से जल अर्पित न करें.
- शंख को बजाने से पहले गंगाजल से धो लें और अगर गंगाजल उपलब्ध नहीं है, तो पानी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
- पूजा वाले शंख में हमेशा जल भर कर ही रखें. नियमित रूप से पूजा के बाद घर में इस जल का छिड़काव करें. इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और सुख-समृद्धि बनी रहती है.
- अपना शंख किसी को भी इस्तेमाल करने के लिए नहीं दें. और न ही किसी दूसरे व्यक्ति के शंख को इस्तेमाल करें.
- शंख सुबह और शाम के समय ही बजाना चाहिए. इसके अलावा किसी अन्य समय नहीं बजाना चाहिए.