मान्यता है कि नाग पंचमी पर पूजा से आध्यात्मिक शक्ति, धन और मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं

Update: 2023-07-10 16:12 GMT
धर्म अध्यात्म : हर साल भगवान शिव के प्रिय महीने सावन में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भोलेनाथ के गले के हार नाग की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नाग पंचमी पर पूजा से आध्यात्मिक शक्ति, धन और मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। पंचांग के अनुसार इस साल सावन शुक्ल पंचमी तिथि 22 अगस्त की रात 12.21 बजे से शुरू हो रही है और यह तिथि 22 अगस्त दोपहर 2 बजे संपन्न हो रही है। इससे उदया तिथि में 21 अगस्त सोमवार को ही नाग पंचमी त्योहार मनाया जाएगा। हालांकि बिहार झारखंड, ओडिशा, राजस्थान में सावन कृष्ण पक्ष पंचमी को ही नागपंचमी मनाई जाती है और ये तिथि 7 जुलाई को पड़ रही है। इसलिए देश के इस हिस्से में इसी दिन नागों की पूजा की जाएगी। नाग पंचमी की परंपरा नाग पंचमी के दिन देशभर में अनंत, तक्षक, कालिया, शंख, पिंगल आदि नागों की पूजा की जाती है। इस दिन नागों को दूध पिलाने का भी रिवाज है। मान्यता है ऐसा करने से अनंत पुण्यफल की प्राप्ति होती है। नाग पंचमी तक गांवों और शहरों में नागों के पोस्टर और लावा बेचे जाते हैं। इसके साथ ही गांवों में कबड्डी, कुश्ती और अन्य खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने की परंपरा है।
इस दिन सुबह उठकर स्नान, ध्यान के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए। एक थाल में हल्दी, रोली, अक्षत, फूल, दीपक और दूध लेकर मंदिर में जाकर या घरों में नागों के पोस्टर या मूर्ति की पूजा कर इन चीजों को अर्पित करें। ध्यान रहे कच्चे दूध में शक्कर मिलाकर ही नाग देवता को चढ़ाएं। नाग देवता की आरती उतारें और ध्यान करें। इसके बाद नागपंचमी की कथा सुनें। नाग पंचमी के उपायः नाग पंचमी के दिन चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा किसी ब्राह्मण या मंदिर में दान करना शुभ माना जाता है। इस दिन नागों का दर्शन शुभ माना जाता है। नाग पंचमी पूजा से धन धान्य में वृद्धि होती है और सांप काटने का भय नहीं रहता। आइये जानते हैं नागपंचमी के उपाय क्या हैं. धन लाभ के उपायः यदि कोई व्यक्ति आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है तो उसे नागपंचमी के दिन अपने घर के मुख्य द्वार पर नाग की आकृति बनानी चाहिए और इसकी पूजा करनी चाहिए। इससे आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है। भगवान शिव की कृपाः नाग भगवान शिव के आभूषण हैं, इसलिए इनकी पूजा भगवान शिव को भी प्रसन्न करती है। भगवान शिव की कृपा के लिए नागपंचमी 2023 के दिन चंदन की लकड़ी की 7 मौली शिव मंदिर में चढ़ाएं। इसके अलावा शिवलिंग पर अर्क, पुष्प, धतूरा, फल और दूध चढ़ाएं।

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