देखा जाता हैं कि जब भी किसी से लंबे समय बाद मिलते हैं या किसी स्पेशल ओकेजन पर मिलते हैं तो उपहार देने का रिवाज हैं। ये उपहार आपके रिश्ते को मजबूत बनाते हैं और उनके चेहरे पर मुस्कान लाते हैं। लेकिन जरा सोचिए की आपका उपहार ही आपके रिश्तों उनकी खुशियों के क़त्ल का कारण बने तो। जी हाँ, वास्तु में कुछ चीजें ऐसी बताई हैं जिन्हें उपहार स्वरुप देना जीवन में कष्ट लेकर आता हैं। आज हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कभी भी उपहार स्वरुप नहीं देना चाहिए।
धारदार वस्तुएं
धातु की धारदार वस्तुएं जैसे-कैंची, चाकू,तलवार या कोई ज्वलनशील पदार्थ भी उपहार स्वरुप नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से आपस के रिश्ते खराब हो सकते हैं।
पानी से जुड़ी हुई चीजें
पानी से जुड़ी हुई चीजें जैसे-एक़्वेरियम, झरना, कछुआ आदि भी गिफ्ट में देने से आप अपने सौभाग्य को दूसरे को दे रहे हैं। ऐसी चीजें देने से आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
रुमाल और पेन
वास्तु क़े अनुसार रुमाल और पेन भी किसी को गिफ्ट नहीं करना चाहिए ,इससे लेने और देने वाले पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अगर आप अपने काम से जुड़ी कोई वस्तु उपहार में देते हैं तो आपको अपने व्यापार में नुकसान झेलना पड़ सकता है।
भगवान की प्रतिमा
त्योहार हो या कोई शुभ अवसर हम भगवान की प्रतिमा या पेंटिंग देना सही मानते है,जबकि यह गलत है। वास्तुविज्ञान के अनुसार, भगवान की मूर्तियां यदि घर में हों, तो उन्हें स्थापित करने से लेकर उनकी देखभाल करने के सभी नियमों का पालन किया जाना अनिवार्य है। यदि कोई व्यक्ति ऐसा न करे,तो इसका उस पर और उसके परिवार पर नकारात्मक प्रभाव होता है। हाँ आप ऐसे व्यक्ति को भगवान से सम्बंधित कोई उपहार जैसे लड्डू गोपाल, गणेशजी या राधा-कृष्ण की युगल तस्वीर अवश्य दे सकते हैं जो इनका सम्मान के साथ ध्यान रख सके।