हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि भगवान श्री हरि विष्णु की साधना आराधना को समर्पित होता है। इस दौरान भक्त भगवान को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा करते हैं और दिनभर का उपवास भी रखते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सभी तिथि में एकादशी की तिथि श्री हरि विष्णु की प्रिय तिथि है। इस दिन पूजा पाठ करने से भगवान प्रसन्न होकर कृपा करते हैं। एकादशी का व्रत वैसे तो हर माह में दो बार पड़ता है लेकिन पितृपक्ष में पड़ने वाली एकादशी को बेहद ही खास माना जाता है जो कि इंदिरा एकादशी होती है।
इस दिन व्रत पूजन करने से पितरों की आत्मा को शांति व यमलोक की यातनाओं से मुक्ति मिलती है। साथ ही साथ स्वयं को भी मोक्ष की प्राप्ति होती है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इंदिरा एकादशी व्रत से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते है।
इंदिरा एकादशी का व्रत भटकते हुए पितरों को गति देने वाला माना गया है। जो कि आश्विन माह के कृष्ण पक्ष में पड़ता है मान्यता है कि इस व्रत के प्रभाव से पितरों को यमलोक की यातनाओं से मुक्ति मिल जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत करने से सात पीढ़ियों के पितर तर जाते हैं। इस बार इंदिरा एकादशी का व्रत 10 अक्टूबर दिन मंगलवार यानी कल किया जाएगा। इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से पूर्वजों को स्वर्गलोक मिलता है और मोक्ष प्राप्ति होती है।