इस मंदिर में 100 करोड़ के कीमती गहनों से कृष्ण-राधा की सजावट की जाती है
कृष्ण-राधा की सजावट की जाती है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जन्माष्टमी का त्यौहार आज यानी 18 अगस्त और 19 अगस्त को मनाया जा रहा है। ऐसे में जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के साथ ही मंदिरों को भी सजाया जाता है। इसी के साथ ही झाकियां भी सजाई जाती हैं और कान्हा का यथासंभव श्रृंगार भी होता है हालाँकि यहां जिस मंदिर के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वहां राधा-कृष्ण का श्रृंगार 100 करोड़ के बेश्कीमती गहनों (Radha Krishna adorned with ornaments worth 100 crores) से किया जाता है। जी दरअसल जन्माष्टमी के दिन विशेष रूप से गहनों को बैंक से निकाला जाता है उन्हीं गहनों से भगवान का श्रृंगार किया जाता है।
हम बात कर रहे हैं ग्वालियर के फूलबाग में स्थित गोपाल मंदिर (Madhya Pradesh Radha Krishna Temple) के बारे में। यहाँ जन्माष्टमी के दिन होने वाली भगवान की विशेष पूजा श्रृंगार को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। इसी के साथ यहां भगवान राधा-कृष्ण को हीरे, पन्ना, माणिक, पुखराज, नीलम, सोना-चांदी जड़ित गहनों के साथ सजाया जाता है। इसी के साथ यहां सोने हीरे से जड़ा मुकुट भगवान को पहनाया जाता है। इस मंदिर में भगवान के श्रृंगार को फेसबुल लाइव से भी दिखाया जाता है। जी हाँ और 100 करोड़ रुपए के गहनों से श्रृंगार के समय भगवान राधा-कृष्ण सुरक्षा में पुलिस-फोर्स को लगाया जाता है।
आपको बता दें कि गोपाल मंदिर का निर्माण (Shri Krishna Shringar) सिंधिया राजवंश ने सन् 1921 में कराया था और इसके बाद सिंधिया रियासत के महाराज माधवराव ने इसका जीर्णोद्धार कराया भगवान के लिए बेशकीमती गहने में हीरे पन्ना जड़ित कराए गए थे। कहा जाता है आजादी के बाद सिंधिया राजवंश ने इस मंदिर की देख-रेख कीमती गहनों को भारत सरकार को सौंप दिया था। उसके बाद उन्हें जिला कोषालय के लॉकर में रखा गया और हर जन्माष्टमी पर भगवान के श्रृंगार के लिए इसे कोषागार से निकाला जाता है।