इन राशियों में लग रहे हैं 2022 के ग्रहण, मन और रिश्तों पर पड़ेंगे भारी
साल 2022 के सूर्य और चंद्र ग्रहण 2 राशियों में लग रहे हैं. इसके कारण इन राशियों पर इन ग्रहणों का सबसे ज्यादा असर रहेगा. इसके अलावा भी 3 राशियों के जातकों पर ग्रहण का नकारात्मक असर पड़ेगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल 2022 शुरू होने में 4 दिन ही बाकी रह गए हैं. ज्योतिष की नजर से यह साल कैसा रहेगा यह जानने में सभी की उत्सुकता है. इसके अलावा आने वाले साल में कितने सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगेंगे. उनका हमारी जिंदगी पर क्या असर होगा, यह जानने की जिज्ञासा भी सभी में है. आइए ज्योतिषाचार्य वेदाश्वपति आचार्य आलोक से जानते हैं अगले साल लगने जा रहे ग्रहण किन राशियों में लग रहे हैं और इनका सबसे ज्यादा असर किन लोगों पर होगा.
2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण
साल 2022 में 4 ग्रहण लगेंगे. इनमें से 2 सूर्य ग्रहण होंगे और 2 चंद्र ग्रहण होंगे. ये ग्रहण क्रमश: 30 अप्रैल (सूर्य ग्रहण), 16 मई (चंद्र ग्रहण), 25 अक्टूबर (सूर्य ग्रहण) और 8 नवंबर (चंद्र ग्रहण) को लगेंगे. इनमें से दोनों सूर्य ग्रहण आंशिक होंगे लेकिन चंद्र ग्रहण पूर्ण ग्रहण होंगे. यानी कि दोनों चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा और इनका अच्छा-खासा असर देश-दुनिया और लोगों पर पड़ेगा. 16 मई 2022 को लगने वाला चंद्र ग्रहण सुबह 07:58 से दोपहर 11:58 तक रहेगा. वहीं 8 नवम्बर 2022 को चंद्र ग्रहण दोपहर 02:41 से शाम 06:20 तक रहेगा.
इन 2 राशि वालों पर भारी पड़ेंगे ग्रहण
साल 2022 के 2 ग्रहण वृषभ राशि में और बाकी बचे 2 ग्रहण वृश्चिक राशि में लगेंगे. इन राशियों में ग्रहण लगने के कारण सबसे ज्यादा असर भी इन्हीं दोनों राशियों के जातकों पर पड़ेगा. इन जातकों को तनाव, अनिद्रा हो सकती है. इसके अलावा मूड स्विंग भी होंगे. रिश्तों में परेशानियां आ सकती हैं. चूंकि ग्रहण से 11 दिन पहले और 11 दिन बाद का समय बेहद खास रहता है लिहाजा इस दौरान इन दोनों राशियों के जातकों को काफी सावधान रहना चाहिए. इसके अलावा मेष, तुला और मीन राशि के जातकों पर भी ग्रहण का नकारात्मक असर रहेगा.
नवंबर में रहें सावधान
नवंबर महीने का पूर्ण चंद्र ग्रहण विशेष तौर पर वृश्चिक और वृषभ राशि के जातकों के लिए कष्टप्रद रहेगा इसलिए इस दौरान यात्रा करने से बचें. सेहत संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. प्रेम संबंधों पर बुरा असर पड़ सकता है. वात-पित्त से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याए जैसे उच्च रक्तचाप, गठियावाद, अपच, त्वचा के रोग हो सकते हैं. बेहतर होगा कि इन लोगों के अलावा गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी ग्रहण के दौरान घर में ही रहें. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक 48 से 52 साल की महिलाओं और स्वभाव से बेहद इमोशनल लोगों पर भी ग्रहण का नकारात्मक असर होगा.
ग्रहण के नकारात्मक असर से बचने के उपाय
- ग्रहण के दिन घर से बाहर न निकले.
- ग्रहण के दिन उपवास रखें एवं ग्रहण के पश्चात स्नान करके ही भोजन ग्रहण करें.
- ग्रहण के दिन घर में गाय के उपले पर लौंग, कपूर, घी एवं शुद्ध गुग्गुल रखकर धूनी करें. इससे नकारात्मकता दूर होगी.
- ग्रहण के 11 दिन पहले से 11 दिन बाद तक अपने आज्ञा चक्र पर ध्यान केंद्रित करके ऊं मूलं सुहवा अस्तु मंत्र का रोजाना 28 बार जाप करें .