शनि देव को प्रसन्न करने के लिए इस तरह करें शनि चालीसा का पाठ...आपकी सभी मनोकामनाएं होगी पूर्ण
कई बार ऐसा होता है बहुत मेहनत करने का बावजूद सफलता नहीं मिलती है. व्यापार में लगातार हो रहा घटा होना.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कई बार ऐसा होता है बहुत मेहनत करने का बावजूद सफलता नहीं मिलती है. व्यापार में लगातार हो रहा घटा होना. ऐसे में आपकी कुंडली में शनि का प्रभाव हो सकता है. शनि के प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार को भगवान शनि का व्रत करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि न्याय देवता शनि एक बार प्रसन्न हो जाएं तो आपके सभी बिगड़े कामों का बना देते हैं.
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक, जब शनि देव किसी पर प्रसन्न होते है तो उनके सभी कष्टों को दूर कर लेते हैं. इसके लिए आपको दिन में दो बार शनि मंदिर में पाठ करना चाहिए. इस उपाय को करने से घर में सुख – समृद्धि आती है. जानते हैं शनि चालीसा पढ़ने से क्या लाभ होता हैं.
शानि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि चालीसा या पाठ किया जाता है. इसे करने से घर में सुख- समृद्धि आती है. साथ ही घर में धन की कमी नहीं होती है.
इस पाठ को करने से सभी परेशानियां दूर हो जाती है. पाठ करने से आपको क्रोध कम आता है और मन में शांति का अनुभव होता है.
शनिवार के दिन भगवान हनुमान का पाठ और चालीसा करना बहुत लाभदायक माना गया है. ऐसी मान्यता है कि अगर आप शनि दोष से पीड़ित हैं तो हनुमान चालीसा पढ़ने से सभी कष्ट दूर हो जाते है. इतना ही शनि की साढ़े साती से भी बचने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें.
शनि मंत्र
हर देवता का अपना मंत्र होता है जिसको विधि विधान से करने से वो प्रसन्न होते है. शनि के कष्टों से दूर होने के लिए आप इस मंत्र का जाप कर सकते हैं. शनि देव के मंत्र का 40 दिन में 19000 बार जाप करने से शनि की साढ़े साती में बहुत लाभ देता है. भगवान शनि का मंत्र – ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनिश्र्शराय नम: इन मंत्रों का जाप करने से शनि देव प्रसन्न होते है और भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं.