लाइफ में इन चार चीजों में से एक का मिलना जरूरी, वरना मनुष्य का जन्म लेना है बेकार
आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री, रणनीतिकार और शिक्षाविद् थे। उन्होंने समाज को अच्छा बनाने के लिए काफी प्रयास किए। इतना ही नहीं आचार्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से व्यक्ति को सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया।
आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री, रणनीतिकार और शिक्षाविद् थे। उन्होंने समाज को अच्छा बनाने के लिए काफी प्रयास किए। इतना ही नहीं आचार्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से व्यक्ति को सही रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित किया। आचार्य चाणक्य की कुछ नीतियां जरूर कठोर लगे लेकिन यहीं नीतियां व्यक्ति को खुशहाल बनाने में मदद करती हैं।
आचार्य चाणक्य नीतियों में उन चार चीजों के बारे में बताया है जिसमें से एक चीज का पाना हर मनुष्य के लिए जरूरी है। नहीं तो उसका जन्म केवल मरने के लिए ही होता है। जानिए इन चार चीजों के बारे में।
श्लोक
धर्मार्थकाममोक्षेषु यस्यैकोऽपि न विद्यते।
जन्म जन्मानि मर्त्येषु मरणं तस्य केवलम्॥
जिस मनुष्य को धर्म, काम-भोग, मोक्ष में से एक भी वस्तु नहीं मिल पाती, उसका जन्म केवल मरने के लिए ही होता है।
धर्म
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि जिस व्यक्ति से इस धरती में जन्म लिया है उसे धर्म का पालन जरूर करना चाहिए। क्योंकि धर्म के द्वारा ही वह सही रास्ते में चल सकता है। उसे शास्त्रों के ज्ञान से ही सफल व्यक्ति बनने का रास्ता मिलेगा।
काम-भोग
चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को काम जरूर करना चाहिए। क्योंकि अगर वह काम नहीं करेगा तो अपने साथ-साथ पूरे कुल का नाश कर लेगा। क्योंकि धन के बगैर वस्त्र, भोजन नहीं खरीद सकते हैं। ऐसे में हर व्यक्ति को काम करना बहुत जरूरी है। इसी के आधार में वह अपना और अपनी परिवार का खास ख्याल रखने की जरूरत है।
मोक्ष
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति का एक लक्ष्य जरूर होना चाहिए। इसके साथ ही व्यक्ति को हमेशा सही रास्ते में चलना चाहिए। कभी भी किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए और न ही अपमान करना चाहिए। क्योंकि आपके द्वारा किए गए सही कर्म ही आपको मोक्ष की ओर ले जाते हैं। इसलिए अपने कर्मों को हमेशा सही रखने की कोशिश करना चाहिए।