धर्म अध्यात्म: आपने अक्सर ऋषि मुनियों के हाथों में एक कमंडल देखा होगा, जिसमें वे जल रखते हैं. पटना के मशहूर वास्तु विशेषज्ञ केपी सिंह बताते हैं कि ऋषि अपने मंत्रों को ऊर्जा अपने पात्र में रखे जल के माध्यम से ही देते हैं. इसलिए हम सभी के जीवन के साथ शास्त्रों में भी इसका एक विशेष महत्व है. केपी सिंह आगे बताते हैं कि पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने का दो ही तरीका है, पहला कि आप नेगेटिव एनर्जी को कम कर दें और दूसरा जिसमें कुछ ऐसे सरल उपाय शामिल हैं जिससे पॉजिटिव एनर्जी को और बढ़ाया जा सकता है.
हल्दी और जल दोनों कर सकते हैं चमत्कार
केपी सिंह की माने तो जैसे हमारे जीवन में जल तत्व का महत्व है. ठीक उसी प्रकार भारतीय चिकित्सा शास्त्र आयुर्वेद में हल्दी का महत्व है. हर शुभ काम में हल्दी का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा कई बीमारियों में भी हल्दी का उपयोग होता है. जल और हल्दी दोनों में कई तरह के चमत्कारिक गुण मौजूद होते हैं. वहीं हल्दी और जल का जब योग हो जाता है, तो इसकी शक्ति कई गुना बढ़ जाती है.
पान के पत्ते से करें जल का छिड़काव
केपी सिंह बताते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर हल्दी को पानी में घोलकर सुबह उस जल को पान के पत्ते के द्वारा अपने घर में उसका छिड़काव किया जाए, तो इससे चौंकाने वाले परिणाम देखने को मिलते हैं. इस उपाय से घरों से ना सिर्फ नकारात्मकता खत्म होती है बल्कि खुशहाली भी आती है.