राहु-केतु के दोष दूर करना चाहते हैं, तो इन दो चीजों को लेकर रहें सावधान

ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। इन्हें असुर ग्रह भी कहा जाता है। कुंडली में इनकी स्थिति बिगड़ने पर व्यक्ति को जीवन में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है

Update: 2022-06-12 06:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। इन्हें असुर ग्रह भी कहा जाता है। कुंडली में इनकी स्थिति बिगड़ने पर व्यक्ति को जीवन में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए शनि ग्रह के बाद सबसे अधिक लोगों को राहु-केतु ग्रह से भय लगता है। शनि ग्रह की शांति के साथ-साथ राहु-केतु ग्रह का शांत होना भी सुखी जीवन के लिए अनिवार्य है। वास्तु शास्त्र के दृष्टिकोण से इन दोनों ग्रहों की बात करें तो, घर पर मौजूद सकारात्मक ऊर्जा को नकारात्मकता में परिवर्तित करने में इन्हीं दो ग्रहों की भूमिका होती है। घर की रसोई से इन दोनों ग्रहों का विशेष संबंध होता है और इसका अशुभ प्रभाव पूरे घर और परिवार के लोगों पर पड़ता है। इसलिए यह बहुत आवश्यक है कि रसोईघर में बर्तनों को रखने से लेकर साफ-सफाई तक में विशेष सावधानी बरती जाए। जो लोग इन चीजों का पालन नहीं करते उन्हें राहु-केतु दोष की समस्या से जूझना पड़ता है, आइए जानते हैं कैसे?

घर का सबसे महत्वपूर्ण स्थान रसोई
रसोई घर का सबसे महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। यह वह स्थान है जहां मां अन्नापूर्णा और देवी लक्ष्मी का वास होता है। पूरे परिवार के लिए यहीं भोजन तैयार होता है। यही कारण है कि रसोईघर का संबंध स्वास्थ्य के साथ सुख समृद्धि से भी जुड़ा होता है। यदि आप चाहते हैं कि राहु-केतु के बुरे प्रभाव आपको परेशान ना करें तो इसके लिए किचन के बर्तनों को लेकर कुछ बातों को जरूर ध्यान में रखना चाहिए। आइए जानते हैं क्या हैं वो उपाय।
तवा और कढ़ाई को गंदा न रखें
कई बार रोटी या सब्जी बनाने के बाद कढ़ाही और तवे को ऐसे ही रखकर छोड़ देते हैं। ऐसा करने से घर के मुखिया की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। रात के समय भूलकर भी तवे और कढ़ाही को कभी भी सिंक में रखकर नहीं छोड़ना चाहिए। अन्यथा आपको राहु के प्रकोप के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए तवा या कढ़ाही का प्रयोग करने के बाद उसे अच्छे से साफ करके सुखाकर रखना चाहिए।
तवा और कढ़ाई भूलकर भी न रखें ऐसे
ज्यादातर लोग तवे और कढ़ाही को उल्टा करके रखते हैं, लेकिन वास्तुशास्त्र कहता है कि तवे या कढ़ाही को कभी भी उल्टा नहीं रखना चाहिए। इसके साथ ही कभी भी तवे या कढ़ाही को चूल्हे के ऊपर रखकर नहीं छोड़ना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए सब्जी या फिर रोटी बनाने के बाद कढ़ाही और तवे को चूल्हे से उतारकर साफ करके रख देना चाहिए। जहां पर आप खाना बनाते हैं, ये दोनों चीजें वहां पर दांयी ओर रखें।
चाकू से न खुरचे तवा और कढ़ाही
अक्सर खाना बनाने के बाद तवे या कढ़ाई पर चिकनाई और मसाले आदि लग जाते हैं। लोग ज्यादा जमने पर चाकू या किसी अन्य नुकीली चीज से इसे छुड़ाते हैं। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता बढ़ती है। इसलिए काभी भी नुकीली चीजों से तवे और कढ़ाई को नहीं खुरचन चाहिए।
इन बातों का भी रखें ध्यान
तवा को ऐसी जगह रखें, जहां किसी बाहरी व्यक्ति की नजर उस पर न पड़े। जब तवा का उपयोग ना हो तो उसे दराज, अलमारी या किसी ऐसी जगह रखें जहां उसे देखा ना सके। कुछ लोग गर्म तवा में पानी डालते हैं। लेकिन वास्तु के अनुसार इसे गलत बताया गया है. ऐसा करने से जीवन में कई तरह की मुसीबतें आने लगती है।
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