दांपत्य जीवन को खुशियों से भरना चाहते हैं तो करवा चौथ पर जरूर करें ये उपाय

करवा चौथ का व्रत विधि पूर्वक करने से दांपत्य जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करने में सक्षम है.

Update: 2020-11-01 13:06 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| करवा चौथ का व्रत विधि पूर्वक करने से दांपत्य जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करने में सक्षम है. जिन स्त्रियों के जीवन में दांपत्य जीवन को लेकर परेशानी आ रही हैं वे इस दिन कुछ उपाय कर इस परेशानी को दूर कर सकती हैं.

पंचांग के अनुसार 4 नवंबर 2020 को कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व है. करवा चौथ पर सुहागिन स्त्रियां निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद व्रत को खोलती हैं. करवा चौथ के पर्व का स्त्रियां वर्षभर इंतजार करती हैं. करवा चौथ पर स्त्रियां सोलह श्रृंगार करती हैं और हाथों में मेहंदी लगाती हैं सुंदर वस्त्र पहनती हैं और शिव परिवार की उपासना करती हैं.

करवा चौथ पूजा मुहूर्त

4 नवंबर 2020 को बुधवार की शाम 05 बजकर 34 मिनट से शाम 06 बजकर 52 मिनट तक करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त बना हुआ है. इस दिन चंद्रोदय शाम 7 बजकर 57 मिनट पर होगा. 4 नवंबर को सुबह 3 बजकर 24 मिनट से चतुर्थी तिथि का आरंभ होगा. चतुर्थी तिथि का समापन 5 नवम्बर 2020 को प्रात: 05 बजकर 14 मिनट पर होगा.

करवा चौथ पर करें ये उपाय

दांपत्य जीवन में बनी रहेगी मधुरता

करवा चौथ पर शिव परिवार के साथ भगवान विष्णु की पूजा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहती है और सुख समृद्धि में वृद्धि होती है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद शुभ मुहूर्त में व्रत का संकल्प लेकर व्रत आरंभ करें.

इस मंत्र का जाप करें

ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।

ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।

करवा चौथ का दान

करवा चौथ पर दान का भी महत्व है. इस दिन जरूरत मंद व्यक्तिओं की मदद करनी चाहिए. इस दिन सुहाग की वस्तुओं का दान करने से दांपत्य जीवन में सुख और शांति में वृद्धि होती है.

करवा चौथ के दिन न करें ये काम

करवा चौथ के दिन क्रोध नहीं करना चाहिए. इस दिन वाणी में मधुरता रखनी चाहिए. मुख से अपशब्द नहीं निकालने चाहिए और किसी भी व्यक्ति का अपमान करने से बचना चाहिए.

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