निर्जला एकादशी का व्रत करते है तो जानिए पूजा सभी सामग्री

Update: 2023-05-29 12:35 GMT
सनातन धर्म में सभी व्रतों में एकादशी के व्रत को सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना गया हैं जो कि हर माह में पड़ता है साल में कुल 24 एकादशी का व्रत किया जाता हैं अभी ज्येष्ठ का महीना चल रहा है और इस महीने पड़ने वाली एकादशी को निर्जला एकादशी के नाम से जाना जाता हैं जो कि सभी व्रतों में श्रेष्ठ मानी जाती हैं इस दिन व्रती अन्न और जल का त्याग करते हुए उपवास करता हैं।
निर्जला एकादशी को साल की कुल 24 एकादशियों के तुल्य माना जाता हैं मान्रूता है कि इस दिन व्रत पूजन करने से साधक के सभी पापों व कष्टों का अंत हो जाता हैं इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से श्रेष्ठ फलों की प्राप्ति होती हैं। इस साल निर्जला एकादशी का व्रत 31 मई को किया जाएगा। ऐसे में अगर आप भी निर्जला एकादशी के दिन व्रत पूजन कर रही हैं तो आज हम आपको पूजन की संपूर्ण सामग्री बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
निर्जला एकादशी व्रत पूजन की सामग्री—
निर्जला एकादशी के दिन पूजन के लिए भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र, पूजा की चौकी, पीला वस्त्र, पीले पुष्प, भगवान के लिए पीले वस्त्र, ऋतुफल, कलश, आम के पत्ते, पंचामृत, तुलसी दल, केसर, इत्र, इलायची, पान, लौंग, सुपारी, कपूर, पानी वाला नारियल, पीला चंदन, अक्षत, पंचमेवा, कुमकुम, हल्दी, धूप, दीपक।
तिल, आंवला, मिठाई, व्रत कथा पुस्तक, मौली, दान के लिए मिट्टी का कलश पानी से भरा हुआ, सत्तू, फल, तिल, छाता, जूते चप्पल। मान्यता है कि इन सभी चीजों का प्रयोग अगर निर्जला एकादशी के दिन विष्णु पूजन में किया जाए तो जगत के पालनहार शीघ्र प्रसन्न होकर कृपा करते हैं और सभी दुखों व कष्टों का अंत कर देते हैं।
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