रत्न पहने हो तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान

ज्योतिष में रत्नों के ग्रहों से जोड़कर देखा गया है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रत्न की तरंगें जीवन पर प्रभाव डालते हैं

Update: 2021-12-26 14:47 GMT

ज्योतिष में रत्नों के ग्रहों से जोड़कर देखा गया है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक रत्न की तरंगें जीवन पर प्रभाव डालते हैं. साथ ही ये मानसिक स्थिति को संतुलित रखते हैं. इसके बाद शरीर पर असर होना शुरू होता है. आमतौर पर रत्नों का लाभ थोड़ी देर से मिलता है. लेकिन इसका नुकसान तुरंत होने लगता है. जानते हैं कौन का रत्न किस प्रकार से नुकसान पहुंचाते हैं.

माणिक्य
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक कन्या, तुला, मकर, और कुंभ लग्न के जातकों को माणिक्य धारण नहीं करना चाहिए. इसके नुकसान के हड्डियों में दर्द की समस्या होती है.
मोती
यह चंद्रमा का रत्न है. मन के शांत रखने में सहायक होता है. लेकिन वृष, मिथुन, कन्या और मकर लग्न लोगों के लिए नुकसानदेह साबित होता है. इसके नुकसान से इंसान की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगती है.
मूंगा
ज्योतिष के मुताबिक मूंगा मंगल का रत्न होता है. इस रत्न को मिथुन, कन्या और तुला लग्न वालों को पहनने से बचना चाहिए.
पन्ना
पन्ना बुध ग्रह का का रत्न है. इसके प्रभाव से मन मजबूत होता है. लेकिन मेष, कर्क और वृश्चिक लग्न वालों के लिए इसका प्रभाव खतरनाक साबित हो सकता है. इसके अलावा पन्ना नुकसान से बुद्धि खराब हो जाती ह
पीला पुखराज
पीला पुखराज बृहस्पति का रत्न है. इसके प्रभाव से आध्यात्मिक शक्ति, धर्म और ज्ञान में वृद्धि होती है. इस रत्न को वृष, तुला, मकर और कुंभ लग्न के लोगों को घारण नहीं करना चाहिए.
हीरा
हीरा शुक्र का रत्न है. इसे प्रेम, सौंदर्य, चमक और धन-वैभव का का रत्न माना जाता है. लेकिन इसके नुकसान से वैवाहिक जीवन में उथल पुथल मच जाती है. ऐसे में इस रत्न को मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक और मीन लग्न के जातकों को धारण नहीं करना चाहिए.
नीलम
नीलम शनि का रत्न है. सिंह लग्न के जातकों को यह रत्न भूलकर धारण नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसके नुकसान से जीवन का संकट मंडराने लगता है. इसे कुंडली देखने के बाद ही पहनने की सलाह दी जाती है.
गोमेद
गोमेद राहु का रत्न है. इसे बिजनेस या स्वभाव के हिसाब से इस रत्न को पहनने की सलाह दी जाती है. गोमेद के नुकसान से सेहत जीवन पर विपरीत असर पड़ता है.
लहसुनिया
लहसुनिया केतु का रत्न है. ज्येतिषीयों के मुताबिक अगर कुंडली में केतु अनुकूल हो तभी इसको धारण करना चाहिए. वरना इस रत्न के नुकसान से स्किन या नर्वस सिस्टम की समस्या होती है


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