अगर आप भी पाप के भागीदार नहीं बनना चाहते, तो भूल कर न जाए ये जगहें
कहते हैं हंसी सबसे दुखों को दर करने का सबसे बड़ा हथियार माना जाता है।
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | कहते हैं हंसी सबसे दुखों को दर करने का सबसे बड़ा हथियार माना जाता है। तो वहीं हंसना स्वास्थ्य के लिहाज़ से भी अच्छा माना जाता है। मगर क्या आप जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कई स्थान ऐसे होते हैं जहां पर हंसना अच्छा नहीं माना जाता, इतना ही नहीं बल्कि कहा जाता है इन स्थानों पर जो व्यक्ति हंसता है, उसे धार्मिक शास्त्रों पाप का भागीदार माना जाता है। जी हां, ज्योतिष शास्त्र में इन स्थानों के बारे में वर्णन किया गया है। मगर ऐसा क्यों है? क्यों कहा जाता है इन स्थानों पर भूलकर हंसने से भी व्यक्ति पापी बन जाता है?
इन 5 स्थान पर हंसना नहीं होता अच्छा-
श्मशान-
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार कभी भी किसी व्यक्ति को श्मशान में जाकर हंसता है तो उसका यह कर्म 100 पापों के बराबर माना जाता है। इसके अलावा कहा जाता है कि श्मशान में हंसने से न केवल मरने वाले व्यक्ति का बल्कि उसके परिवार का भी अपमान होता है।
अर्थी के पीछे-
कभी किसी व्यक्ति मृतक की शोक यात्रा में जाने पर भी हंसना नहीं चाहिए। शास्त्रों में इसे पाप माना गया है तो वहीं ऐसा करने से मृतक व्यक्ति का अपमान होता है।
किसी शोकाकुल परिवार में-
कभी किसी शोकाकुल परिवार के यहां जाने पर भी हमेशा हंसी-ठिठोली से बचना चाहिए, न ही शोकाकुल परिवार के यहां जाकर फालतू की बातें या गप्पे मारने चाहिए।
मंदिर में न करें हंसी-ठिठोली-
किसी व्यक्ति को मंदिर में जाकर भी कभी हंसी-ठिठोली नहीं करनी चाहिए। मंदिर में हम भगवान से कुछ मांगने के लिए तथा उनकी पूजा के लिए जाते हैं, इसलिए मंदिर में शांत मन से भगवान को याद करते हुए प्रार्थना करनी चाहिए।
धार्मिक कथा में जाने पर-
अगर किसी प्रकार की धार्मिक कथा में शामिल हो तो वहां पर भी हंसी-ठिठोली करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से हम वहां होने वाले ज्ञान की बातों से वंचित रह जाते हैं, तो वहीं दूसरे लोगों भी हमारे इस कार्य से परेशान होते हैं।