शादी में आ रही हैं कई दिक्कतें, तो जरूर रखें विवाह पंचमी का व्रत, हर तरह के परेशानी से होंगे मुक्त

मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है.

Update: 2020-12-18 08:49 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी (Vivah Panchami 2020) मनाई जाती है. इस साल विवाह पंचमी 19 दिसंबर 2020 को पड़ रही हैं. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, इस तिथिको ही भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था. इसलिए इस दिन को राम और सीता के विवाह की वर्षगाँठ के रूप में मनाया जाता है. पौराणिक धार्मिक ग्रथों के मुताबिक, पंचमी तिथि को भगवान राम ने जनक नंदिनी सीता से विवाह किया था. इसका उल्लेख श्रीरामचरितमानस में महाकवि गोस्वामी तुलसीदासजी ने किया है. 

शादी में आने वाली दिक्कतें होती है दूर
आपको बता दें कि विवाह पंचमी का व्रत रखने से जिन लड़कियों के भी विवाह में दिक्कतें आ रही होती है, वह सब ठीक हो जाती हैं. माना जाता है कि विवाह पंचमी का व्रत रखकर विधि पूर्वक पूजा करने से विवाह संबंधी दिक्कतें दूर होती हैं और अच्छे वर की प्राप्ति होती है.
विवाह पंचमी पूजा विधि 
विवाह पंचमी के दिन सुबह नहाने के बाद व्रत का संकल्प लें और विधि अनुसार पूजा करनी चाहिए. इस दिन भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह करवाना चाहिए. विवाह पंचमी पर राम भजन करना चाहिए और रामचरित मानस का पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
विवाह पंचमी पूजा का समय
विवाह पञ्चमी शनिवार, दिसम्बर 19, 2020 को
पञ्चमी तिथि प्रारम्भ – दिसम्बर 18,2020 को 14:22 बजे
पञ्चमी तिथि समाप्त – दिसम्बर 19, 2020 को 14:14 बजे


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