घर में हो रही हैं ऐसी घटनाएं तो समझिए पितर हैं नाराज
पितृ पक्ष शुरू हो चुके हैं. मान्यता है कि इन 15 दिनों के दौरान पितर पृथ्वी पर आते हैं. ऐसे में लोग उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान, श्राद्ध, दान करते हैं. वहीं, कई बार श्राद्ध न करने या सही तरीके से उपाय न करने से पितर नाराज हो जाते हैं.
पितृ पक्ष शुरू हो चुके हैं. मान्यता है कि इन 15 दिनों के दौरान पितर पृथ्वी पर आते हैं. ऐसे में लोग उन्हें प्रसन्न करने के लिए विभिन्न अनुष्ठान, श्राद्ध, दान करते हैं. वहीं, कई बार श्राद्ध न करने या सही तरीके से उपाय न करने से पितर नाराज हो जाते हैं. पितरों के नाराज होने से जीवन में कई तरह के संकट आ जाते हैं. जीवन परेशानियों से भर जाता है. पितर जब नाराज होते हैं तो घर में कुछ ऐसी घटनाएं होने लगती हैं, जिससे पता चल सकता है कि पितर नाराज हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि किन उपायों को अपनाकर पितरों की नाराजगी से बचा जा सकता है.
मेहनत के बाद नहीं मिलता फल
पितर नाराज या पितृ दोष है तो मेहनत करने के बाद भी फल नहीं मिलता है. इंसान हमेशा तनाव में रहता है. अथक प्रयासों के बावजूद बिजनेस में घाटा झेलना पड़ता है. करियर ग्रोथ रूक जाती है. दांपत्य जीवन में कलेश बढ़ने लगता है. युवक-युवतियों के विवाह में अड़चने आने लगती हैं.
खाने से निकलता है बाल
पितृ दोष होने पर कितना भी पूजा-पाठ कर लें, शुभ फल नहीं मिलता है. घर के एक ही सदस्य के खाने में बार-बार बाल निकलता है. घर में अकारण ही दुर्गंध आती है और उसके कारण का पता नहीं चलता है. सपने में बार-बार पितर रोते हुए दिखाई देते हैं.
शुभ काम में बाधा
कोई भी शुभ काम शुरू करने जाओ तो बाधा आने लगती है. शुभ कार्यों, त्योहारों के दिन झगड़े होने लगतै हैं या कोई अशुभ घटना होने लगती है. खुशी का मौका दुख में बदल जाता है. संतान प्राप्ति में मुश्किलें आने लगती हैं.
ये करें उपाय
अगर इस तरह के लक्षण किसी इंसान के जिंदगी में दिखाई दें तो समझिए कि पितृ दोष या पितर नाराज हैं. ऐसे में जल्दी से जल्दी पितरों को प्रसन्न करे के उपाय करने चाहिए. पिंडदान करें. गो-दान करें. पितरों की शांति के लिए अनुष्ठान करें. कौवों को भोजन खिलाएं. भगवान शंकर का ध्यान करते हुए 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात; मंत्र की एक माला का रोजाना जा करें.