शनि का प्रकोप अपने साथ जीवन में कई समस्याएं लेकर आता हैं। लेकिन कभीकभार सपने में अगर शनिदेव के दर्शन हो तो जरूरी नहीं हैं कि वह अशुभ ही हो। सपने में शनिदेव का दिखना शुभ और अशुभ दोनों हो सकता हैं। शनिदेव अलग-अलग सवारियों पर दिखते हैं तो सबका अर्थ भी अलग होता है। आइए जानते हैं शनिदेव के किस रूप का क्या है अर्थ।
कौवे पर सवार शनिदेव
अगर किसी को सपने में शनि कौवे पर सवार दिखाई दें तो उसकी सुख, शांति छिन जाती है। घर परिवार और समाज में कलह बढ़ता है और व्यक्ति को समाज में अपमान का सामना करना पड़ता है।
मोर पर सवार शनिदेव
जब शनि किसी को सपने में मोर पर सवार दिखें तो उसे हर तरफ से शुभ फल प्राप्त होता है। साढ़ेसाती के दौरान मोर पर सवार शनि आपकी राशि पर प्रभाव डालते हैं और हर तरफ से मांगलिक खबरें मिलती हैं।
हाथी पर सवार शनिदेव
सबसे बेहतर परिणाम शनि के हाथी पर सवार दिखने से प्राप्त होते हैं। अगर साढ़ेसाती के दौरान हाथी पर सवार शनि किसी को सपने में दिख जाएं तो इससे बेहतर सौभाग्य नहीं हो सकता है। शनि चालीसा में कहा गया है कि शनि जब हाथी पर आते हैं तो अपने साथ लक्ष्मी को भी लाते हैं, यानी व्यक्ति को प्रचुर मात्रा में धन का लाभ मिलता है।
भैंस पर सवार शनिदेव
रिश्ते में शनिदेव यमराज के भाई हैं इसलिए इनकी एक सवारी भैंसा भी है। ज्यातिषियों के द्वारा कहा जाता है कि अगर किसी को सपने में शनि भैंसे पर सवार दिखें तो इसके मिश्रित परिणाम देखने को मिलते हैं अर्थात खुशी और गम का मिला जुला असर रहेगा।
गिद्ध पर सवार शनिदेव
ज्योतिश शास्त्र के अनुसार अगर किसी को सपने में शनि गिद्ध पर सवार दिखें तो यह बहुत बड़ा अपशकुन माना जाता है। इससे शोक प्राप्ति होती है इसलिए अगर किसी को शनि गिद्ध पर सवार दिखें तो उसे शांति के उपाय करने चाहिए।
गधे पर सवार शनिदेव
अगर किसी के सपने में शनि गधे पर सवार होकर आते हैं तो इसे मारक योग का संकेत माना जाता है, इसके लिए तुरंत शांति के उपाय करने चाहिए।