Bhai Dooj ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन दिवाली का त्योहार प्रमुख माना जाता है जो कि पूरे पांच दिनों तक चलता है। जिसकी शुरुआत धनतेरस से होती है और समापन भाई दूज पर हो जाता है। भाई दूज का पर्व बहन और भाई के प्रेम व विश्वास का प्रतीक माना गया है।
जो कि हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है। देशभर में भाई दूज पर्व को अलग अलग नामों से जाना जाता है इस पर्व को बहन भाई के प्रेम और स्नेह का प्रतीक माना गया है। इस साल भाई दूज का पर्व 3 नवंबर दिन रविवार को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दिन बहनें उपवास रखकर पूजा पाठ करती है और भाई को तिलक लगाती है माना जाता है कि ऐसा करने से रिश्तों में प्रेम और मजबूती बनी रहती है। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा भाई दूज की सरल पूजा विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
भाई दूज पूजा की विधि—
आपको बता दें कि भाई दूज के दिन भाई बहन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें और घर के मंदिर में दीपक जलाएं इस दिन भगवान विष्णु और भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करें। इसके बाद भाई दूज के दिन बहन अपने घर पर भाई को बुलाकर उन्हें तिलक लगाएं और अपने हाथों से भोजन परोस कर खिलाएं।
भाई दूज के दिन शुभ मुहूर्त में भाई का तिलक करने से भाई को सफलता मिलती है और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं। भाई को तिलक लगाने के बाद उनकी आरती जरूर करें और हाथ में रक्ष सूत्र भी बांधें। फिर मिठाई खिलाएं। इस दिन भाई भी अपनी बहन को कुछ न कुछ उपहार जरूर दें।