जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कुछ जातकों के सपनों का अध्ययन करने पर यह समझ में आया कि वह कालसर्प दोष से पीड़ित हैं। इसके पश्चात जब उनकी कुंडलियां बनाई गई तो यह देखा गया कि उनके सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में है या फिर चंद्रमा या मंगल के बाहर होने के कारण आंशिक कालसर्प दोष हैं। यह कैसे सपने हैं आइए समझते हैं।
अगर कोई व्यक्ति सोते हुए सर्प को अपने शरीर पर आते देखे और घबराकर के उठ जाए, जाग जाए तो उसे यह समझ लेना चाहिए कि उसकी कुंडली में कालसर्प दोष है।
अगर सांपों का जोड़ा एक साथ हाथ में या पैर में लिपटा हुआ दिखाई दे या उसे डस लें तो कालसर्प योग लाभदायक होता है।
अगर कोई व्यक्ति पानी पर तैरता हुआ सांप देखता है तो यह कालसर्प योग का सूचक है।
अगर किसी व्यक्ति को सपने में सांप उड़ता हुआ दिखाई देता है तो यह कालसर्प दोष को दिखाता है।
अगर व्यक्ति सपने में अनगिनत सर्पों को देख रहा है तो वह घातक कालसर्प का प्रतीक है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को अपने इष्ट देवता का पूजन करना चाहिए।
यदि कोई सर्प किसी पशु पर झपट रहा है तो यह कालसर्प योग का शुभ संकेत है। ऐसा सपना अगर कोई व्यक्ति देखता है तो इससे उसे धन प्राप्त होता है।
यदि व्यक्ति अपने सपने में सर्प और नेवले की लड़ाई देखें तो यह कालसर्प योग परिवार और रिश्तेदारों में कलह करवाता है।
यदि व्यक्ति अपने सपने में किसी सर्प को फुफकारते हुए या फन उठाए देखता है तो वह मृत्यु कष्ट मृत्यु तुल्य कष्ट को दर्शाने वाला होता है।
यदि आप इन सपनों को देखें तो नाग पंचमी को या शुक्ल पक्ष में आश्लेषा नक्षत्र वाले दिन चांदी के प्रतीकात्मक नाग नागिन के जोड़े को शिव मंदिर में पूजा करने के बाद बहती हुई नदी में विसर्जन कर दें। इससे कालसर्प योग के अशुभ प्रभाव समाप्त होगा। सुख शांति मिलेगी और मन की अशांति दूर होगी।