महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है हरियाली तीज, जानिए इसका का महत्व
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का व्रत रखा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिन्दू कैलेंडर के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि को भगवान शिव और माता पार्वती का दोबारा मिलन हुआ था। हरियाली तीज के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के निर्जला व्रत रखती हैं और उसके सुखमय जीवन की कामना करती हैं। हरियाली तीज के दिन माता पार्वती को हरे रंग की वस्तुएं अर्पित की जाती हैं क्योंकि माता पार्वती को प्रकृति का स्वरुप माना जाता है। सावन में बारिश के कारण प्रकृति हरीभरी होती है। विशेषकर इस पूजा में माता पार्वती को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करने का विधान है। पूजा के समय महिलाएं हरियाली तीज व्रत की कथा सुनती हैं। आइए जानते हैं कि इस वर्ष हरियाली तीज कब है? पूजा का मुहूर्त क्या है और उसका महत्व क्या है।