जल से भरा शंख घर में छिड़कने से आती है खुशहाली

दक्षिणावर्ती शंख जिसे लक्ष्मी स्वरूप ही माना गया है। इसे बिना सिद्ध किए घर में रखा जाए तो भी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

Update: 2021-12-18 07:09 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज हर इंसान धन के पीछे पागल है। लोग धन पाने के तरह – तरह के उपाय करते रहते हैं। दक्षिणावर्ती जल से भरा शंख घर में छिड़कने से आती है खुशहाली जिसे लक्ष्मी स्वरूप ही माना गया है। इसे बिना सिद्ध किए घर में रखा जाए तो भी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। शुक्रवार के दिन शंख को साफ धोकर इसमें शुद्ध जल भरकर पूजन करने से समृद्धि प्राप्त होती है।

करें ये उपाय:
 भगवान विष्णु ने शिव जी को राक्षस का वध करने के लिए धनुष दिया। इस त्रिशुल के माध्यम से शिव जी ने इस राक्षस का संहार किया। जिसके बाद उसे भगवान ने समुद्र में डाल दिया।
इसके साथ ही बाद में छोटे, बड़े अलग – अलग आकार के शंख समुद्र से मिले। सामान्यतौर पर शंख दो प्रकार से प्रचलित होते हैं। दक्षिणावर्त और वामावर्त शंख।
दक्षिणावर्त को दो प्रकार से जाना जाता है जिसे पुरूष और स्त्री शंख कहा जाता है। जिस शंख की मोटी परत होती है और जो भारी होता है उसे पुरूष शंख कहा जाता है।
पतली परत वाली को स्त्री शंख कहा जाता है। भगवान विष्णु का शंख पांचजन्य माना जाता है।
शुक्रवार के दिन शंख को साफ धोकर इसमें शुद्ध जल भरकर पूजन करने से समृद्धि प्राप्त होती है। शंख में भरा जल पीना और इसका जल छिड़कना बेहद अच्छा होता है।


Tags:    

Similar News

-->