धर्म अध्यात्म: श्री गणेश उत्सव को लेकर अभी से ही मूर्तिकारों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई है. पिछले साल की तरह अबकी बार भी पर्यावरण सरंक्षण का संदेश देते हुए भगवान श्री गणेश नजर आएंगे. मूर्तिकार द्वारा भगवान श्री गणेश की फाउंटेन मूर्तियां भी बनाई गई हैं, जो पेड़ पर आधारित हैं.
वैसे भगवान श्री गणेश की सवारी की बात की जाए तो चूहा उनकी प्रमुख सवारी है. लेकिन मूर्तिकार द्वारा नए-नए तरह की मूर्तियां भी तैयार की जा रही है. उसमें सबसे ज्यादा पसंद लोगों को भगवान श्री गणेश की नंदी पर सवार मूर्ति है. यह मूर्ति इतनी खास है इसकी फिनिशिंग से लेकर हर तरह काफी अच्छी बनी हुई है
गणेश उत्सव के दौरान देखने को मिलता है कि इको फ्रेंडली गणेश जी की भी बेहद खास डिमांड की जाती है. ऐसे में मूर्तिकार द्वारा इन मूर्तियों को भी खास तौर पर बनाया जा रहा है. जो विसर्जन के समय किसी भी गमले में अगर एक जगह पानी का इक्कठा करते हुए इन्हें विसर्जन किया जाएगा. तो यह आसानी से विसर्जित हो सकती हैं
मूर्तिकारों द्वारा भगवान श्री गणेश का गजानन रूप भी मूर्ति में दर्शाया गया है. जोकि भगवान श्री गणेश के भक्तों को काफी पसंद आ रही है. मूर्तियों के साइज की बात करें तो छोटी से लेकर विशाल मूर्ति तक मेरठ में तैयार की जा रही है .जो की विशेष पंडाल में लगाई जाएगी.
महाराष्ट्र में देखा जाता है कि भगवान श्री गणेश की मूर्तियां में पगड़ी का स्वरूप भी दर्शाया जाता है. इसी तरह की कई मूर्तियां मेरठ में भी तैयार हो रही है. जिसमें भगवान श्री गणेश पगड़ी लगाए हुए हैं. इन मूर्तियों की कीमत की बात की जाए तो 200 रुपए से लेकर हजारों रुपए तक है. जो मराठी परिवार मेरठ सहित आसपास के जिलों में रहते हैं. वह बड़ी संख्या में खरीदारते है.