गुड फ्राइडे आज, जानिए क्यों मनाया जाता है यह दिन और क्या है इस दिन का महत्व
गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय का प्रमुख पर्व है। ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को काले दिवस के रूप में मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान यीशु मसीह ने अपने प्राण त्यागे थे।
गुड फ्राइडे ईसाई समुदाय का प्रमुख पर्व है। ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को काले दिवस के रूप में मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन भगवान यीशु मसीह ने अपने प्राण त्यागे थे। इसी वजह से ईसाई धर्म के लोग गुड फ्राइडे के दिन प्रभु ईशु के बलिदान को याद करते हैं। इस दिन को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे या ग्रेट फ्राइडे भी कहा जाता है। ये दिन ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए बेहद ही खास होता है। गुड फ्राइडे के अवसर पर लोग गिरिजाघरों में जाकर प्रार्थना करते हैं। इसके अलावा प्रभु ईशु की याद में उपवास किया जाता है और उपवास करने के बाद मीठी रोटी बनाकर खाई जाती है। हर साल अक्सर अप्रैल के महीने में गुड फ्राइडे पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं इस साल का गुड फ्राइडे कब है और ये दिन क्यों मनाया जाता है....
गुड फ्राइडे 2022 कब है
गुड फ्राइडे हर साल ईस्टर संडे से पहले पड़ने वाले शुक्रवार को आता है। इस साल गुड फ्राइडे 15 अप्रैल को मनाया जाएगा। ये ईसाई समुदाय के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है।
क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे?
ईसाई धर्म को मानने वाले लोग गुड फ्राइडे इसलिए मनाते हैं, क्योंकि इसी दिन प्रभु यीशु को सूली पर चढ़ाया गया था। ईसा मसीह प्रेम और शांति के मसीहा थे। दुनिया को प्रेम और करुणा का संदेश देने वाले प्रभु यीशु को उस समय के धार्मिक कट्टरपंथी ने रोम के शासक से शिकायत करके उन्हें सूली पर लटका दिया था, लेकिन कहा जाता है कि प्रभु यीशु इस घटना के तीन दिन बाद पुनः जीवित हो उठे थे।
कैसे मनाया जाता है गुड फ्राइडे?
गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के लोग व्रत रखते हैं और गिरजाघरों में जाकर विशेष प्रार्थना करते हैं। इस दिन गिरजाघरों में घंटा नहीं बजाया जाता है, बल्कि लकड़ी के खटखटे बजाए जाते हैं। साथ ही लोग चर्च में क्रॉस को चूमकर प्रभु यीशु का स्मरण करते हैं।
गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के लोग उपवास रखने के साथ ही प्रभु यीशु के उपदेशों का स्मरण करते हैं और उन्हें अपने जीवन में ढालने की कोशिश करते हैं। लोग प्रभु यीशु के बताए प्रेम, सत्य और विश्वास के मार्ग पर चलने की शपथ लेते हैं। इस दिन बहुत से लोग काले रंग के वस्त्र पहनकर प्रभु यीशु के बलिदान दिवस पर शोक भी मनाते हैं।
दान-धर्म के किए जाते हैं कार्य
मान्यता है कि गुड फ्राइडे के दिन दान-धर्म के कार्य किए जाते हैं। व्रत के बाद मीठी रोटी बनाकर खायी जाती है। गुड फ्राइडे के बाद आने वाले संडे को इस्टर संडे मनाया जाता है।