Garuda Purana : ये 6 आदतें व्यक्ति के जीवन में समस्या बढ़ाती हैं, जानिए

गरुड़ पुराण को सनातन धर्म में महापुराण माना जाता है क्योंकि ये ऐसा ग्रंथ है जो व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की स्थितियों के बारे में कर्मों के आधार पर विस्तार से विवेचना करता है. साथ ही व्यक्ति को सही राह चुनने के लिए प्रेरित करता है.

Update: 2021-10-12 05:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोई भी ग्रंथ व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाने के लिए और उसे धर्म के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए होता है. गरुड़ पुराण भी ऐसे ही धर्म ग्रंथों में से एक है. इसे महापुराण की संज्ञा दी जाती है क्योंकि इसमें लोगों के जन्म से लेकर मृत्यु और मृत्यु के बाद की भी स्थितियों के बारे में बताया गया है. साथ ही ये भी स्पष्ट किया गया है कि किस तरह के कर्म को पाप और किसको पुण्य माना जाता है. किस तरह के कर्मों से मृत्यु के बाद व्यक्ति की कैसी दशा होती है.

इन सभी बातों का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि व्यक्ति सही और गलत के बीच का अंतर समझ ले और वो कर्म करे जो उसे सद्गति की ओर ले जाते हैं. गरुड़ पुराण में बताई गई बातों का अनुसरण करके व्यक्ति अपने जीवन को तमाम कष्टों से बचा सकता है. यहां जानिए उन 6 आदतों के बारे में जो व्यक्ति के लिए सिर्फ समस्या बढ़ाने का काम करती हैं.
चिंता
गरुड़ पुराण में चिंता को चिता के समान बताया गया है जो व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देती है. चिंता करने से कुछ नहीं बदल सकता. अगर आप वाकई स्थितियों को बदलना चाहते हैं तो चिंतन करें, समस्या का समाधान निकालें और अपने कर्म करें.
डर
आप किसी चीज से जितना डरेंगे, वो चीज आपको उतना ही डराएगी. इसलिए डर का सामना करें और भयमुक्त होकर जीवन की समस्याओं को सुलझाएं.
ईर्ष्या
ईर्ष्या करने वाले के जीवन में पछतावे के अलावा कुछ शेष नहीं रहता. जो व्यक्ति ईर्ष्या करता है, वो अपने लिए कुछ नहीं कर पाता, हमेशा दूसरों की कामयाबी से चिढ़ता है और उन्हें नीचा दिखाने के लिए गलत काम करता है.
क्रोध
क्रोध को व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन कहा जाता है ​क्योंकि क्रोध के समय व्यक्ति की मति भ्रष्ट हो जाती है. ऐसे में वो कभी भी कोई फैसला ठीक से नहीं ले पाता. इसलिए व्यक्ति को हमेशा अपना दिमाग ठंडा रखने का प्रयास करना चाहिए.
आलस्य
आप चाहे कितने ही बुद्धिमान हों, लेकिन आलस की गंदी आदत अगर आपमें आ गई तो आप अपने कीमती समय को बर्बाद कर देते हैं. ऐसे में आपके ख्वाब तो चकनाचूर होते ही हैं, साथ ही आपकी सेहत पर भी इसका असर पड़ता है.
नकारात्मक सोच
नकारात्मक सोच व्यक्ति को पनपने नहीं देती. किसी भी काम को अगर वाकई सफलता पूर्वक संपन्न करना है तो आपको अपनी सोच को सकारात्मक करना होगा. नकारात्मक सोच रखेंगे तो हर चीज गलत ही दिखेगी. ऐसे में आप खुद ही खुद की परेशानियों की वजह बन जाएंगे.


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