Ganesh Chaturthi: बप्पा की मूर्ति घर लाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
Ganesh Chaturthi: माना जाता है कि भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश का जन्म हुआ था इसलिए इस दिन से गणेश चतुर्थी का महोत्सव 10 दिनों तक बहुत ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है और उनकी विधि-विधान के साथ पूजा होती है। चतुर्थी तिथि के दिन बहुत सारे भक्त अपने घर में गणपति की मूर्ति स्थापित करते हैं। बप्पा को घर में विराजित करने के बाद पूरे 10 दिनों तक गणपति जी की खूब सेवा की जाती है। गणेश चतुर्थी पर उनके भक्त अपने घर में गणपति की मूर्ति की स्थापना करते हैं। गणेश जी की मूर्ति की स्थापना करते समय कुछ खास बातों का जरूर ध्यान रखें|
दिशा का रखें ध्यान: गणेश जी की मूर्ति स्थापना करते समय दिशा का खास ध्यान रखा जाना चाहिए। गणेश जी की मूर्ति को हमेशा ईशान कोण में स्थापित करें और उनका मुख हमेशा उत्तर दिशा में होना चाहिए। इसके अलावा पश्चिम दिशा में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
इस दिशा में होनी चाहिए बप्पा की सूंड: वास्तु शास्त्र के अनुसार गणेश जी की मूर्ति घर लाते समय उनकी सूंड का खास ख्याल रखा जाना चाहिए। बप्पा की सूंड बाईं ओर झुकी होनी चाहिए। अगर बप्पा की सूंड बाईं तरफ है तो इसे वाममुखी गणेश कहते हैं। इस दिशा में सूड का होना शुभ माना जाता है। ऐसी मूर्ति घर में सुख और शांति लाती है।
कैसी मूर्ति घर में लाएं: वास्तु के अनुसार बप्पा की मूर्ति को बिना मूषक के न लाएं। ऐसा वास्तु शास्त्र में शुभ नहीं माना जाता। गणेश जी की प्रतिमा लेते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि उनके हाथों में मोदक और उनका वाहन मूषक जरूर होना चाहिए। बिना मूषक के बप्पा की पूजा अधूरी मानी जाती है।
गणेश जी की प्रतिमा का रंग: अपनी इच्छा के अनुसार घर में किसी भी रंग की बप्पा की मूर्ति लेकर आ सकते हैं। सफेद रंग या सिंदूरी लाल रंग की प्रतिमा घर में लाना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसी मूर्ति घर में स्थापित करने से सुख-शांति बनी रहती है।