चमेली
यह जिसके भी घर में होता है उस घर के लोगों पर नकारात्मकता कभी भी हावी नहीं हो पाती। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि इस फूल के प्रभाव से व्यक्ति के विचारों और भावों में धीरे-धीरे बदलाव होने लगता है। सोच सकारात्मक होने लगती है। यही नहीं चमेली के फूल में कई औषधीय गुण होते हैं।
चंपा
वास्तु शास्त्र में चंपा के फूल का विशेष स्थान है। इस फूल की खुशबू से आस-पास के वातावरण में फैली नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। पौराणिक कथाओं में चंपा को लेकर एक कहावत ‘चंपा तुझमें तीन गुण- रंग रूप और वास, अवगुण तुझमें एक ही भंवर न आएं पास।’ रूप तेज तो राधिके, अरु भंवर कृष्ण को दास, इस मर्यादा के लिए भंवर न आएं पास।’ भी कही गई है।
रातरानी
वास्तु शास्त्र के मुताबिक रातरानी का पौधा जिस भी घर में होता है उस घर पर आने वाली तकलीफें और दु:ख भी दूर कर देता है। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपने यह पौधा घर में लगाया है तो कभी भी इसे सूखने न दें। इसकी नियमित देखभाल करते रहें। आप जितना इस पौधे का ख्याल रखेंगे वह उतना ही आपकी लाइफ में खुशियां और सुख-शांति लेकर आता है।
हरसिंगार
वास्तु शास्त्र में हरसिंगार के फूल की अपनी ही महत्ता है। यह इतना अद्भुद होता है कि इसे छूने भर से सारा तनाव दूर हो जाता है। इस फूल को लक्ष्मी पूजन के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि पूजा में उन्हीं फूलों को लेते हैं जो खुद ही पेड़ से टूटकर नीचे गिर जाते हैं। मान्यता है कि यह फूल जिसके भी घर-आंगन में खिलते हैं, वहां हमेशा सुख-शांतिऔर समृद्धि का निवास होता है।