शनि की साढ़े साती से निजात पाने के लिए करें ये आसान उपाय

शनि देव को अच्छे कर्म करने वालों को सुख समृद्धि और शांति देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वाले को दंड देते हैं। इसके लिए शनिदेव को 'न्याय का देवता' कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में निहित है

Update: 2022-01-26 01:54 GMT

शनि देव को अच्छे कर्म करने वालों को सुख समृद्धि और शांति देते हैं। वहीं, बुरे कर्म करने वाले को दंड देते हैं। इसके लिए शनिदेव को 'न्याय का देवता' कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में निहित है कि ग्रह-नक्षत्र में बदलाव से व्यक्ति शनि दोष से प्रभावित हो जाता है। इससे मानसिक, शारीरिक और आर्थिक क्षति होने की संभावना बढ़ जाती है। एक बार व्यक्ति को शनि दोष लग जाता है, तो उसके जीवन में अमंगल ही अमंगल होने लगता है। शनि दोष में साढ़े साती प्रमुख है। यह तीन चरणों में साढ़े सात चलता है। वहीं, शनि की ढैया ढ़ाई साल के लिए रहता है। इस दोष से भी व्यक्ति मानसिक और शारीरिक समेत आर्थिक परेशानियों से पीड़ित रहता है। अगर आप भी शनि दोष से पीड़ित हैं, तो ये आसान उपाय जरूर करें।

-शनि दोष से मुक्त होने और शनि देव की कृपा पाने के लिए अपने घर पर शमी का पेड़ जरूर लगाएं और रोज सुबह-शाम इनकी पूजा करें। ऐसा कहा जाता है कि शमी के पेड़ में शनिदेव विराजमान रहते हैं। इनकी पूजा करने से जीवन से सभी संकट दूर हो जाते हैं।

-शनिवार के दिन शनि देव की सरसों के तेल और काले तिल से पूजा करनी चाहिए। साथ ही शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए। इस दिन दान-पुण्य करने से भी शनि दोष जल्द दूर हो जाते हैं।

-धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि एक बार हनुमान जी ने शनि देव की सहायता कर उन्हें रावण के चंगुल से बचाया था। उस समय शनि देव ने उन्हें वरदान दिया था कि उनके भक्तों पर शनि की बुरी दृष्टि नहीं पड़ेगी। अत: हनुमान जी की पूजा करने से शनि दोष समाप्त होता है। हर रोज प्रातःकाल हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति शनि दोष से मुक्त रहता है।

-ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव जी की पूजा करने से भी शादी की साढ़ेसाती खत्म हो जाती है। इसके लिए आप शनिवार के दिन शिव चालीसा का पाठ करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप रोजाना करें। ऐसा करने से शनि दोष शीघ्र ही दूर हो जाता है।


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