ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में ग्रहण काल को महत्वपूर्ण बताया गया है और इस दौरान कई सारे नियमों का पालन करना जरूरी होता है। साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगने जा रहा है। ग्रहण को एक अशुभ घटना माना जाता है इस दौरान किसी भी तरह के शुभ व मांगलिक कार्यों को नहीं किया जाता है।
आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा ग्रहण काल से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं और यह भी बताएंगे कि इस ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा या फिर नहीं तो आइए जानते हैं।
कब लग रहा सूर्य ग्रहण—
आपको बता दें कि 8 अप्रैल 2024 को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है जो की रात में 9 बजकर 12 मिनट से मध्य रात्रि 1 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। वही कुल अवधि 4 घंटे 25 मिनट तक रहेगी। ये सूर्य ग्रहण मीन राशि, स्वाती नक्षत्र में लगने जा रहा है। 8 अप्रैल के दिन लगने वाले ग्रहण के कारण लोगों को दिन में ही रात का अहसास होगा। क्योंकि ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। जानकारों की मानें तो करीब 7 मिनट तक सूर्य दिखाई नहीं देगा। इससे पहले ऐसा 1970 में हुआ था।
आपको बता दें कि ग्रहण काल के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए, खाने पीने से भी परहेज करना चाहिए। इसके अलावा ग्रहण काल के समय ईश्वर का ध्यान व मंत्र जाप करते रहें। ऐसा करना अच्छा माना जाता है।