Dussehra 2021: कब है दशहरा यानि विजय दशमी का पर्व? जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
दशहरा यानि विजय दशमी का पर्व. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान राम ने अहंकारी और रावण का वध कर इस धरती को उसके प्रकोप से बचाया था. इस दिन रावण के अत्याचारों का अंत हुआ था
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Dussehra 2021 Date: दशहरा यानि विजय दशमी का पर्व. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान राम ने अहंकारी और रावण का वध कर इस धरती को उसके प्रकोप से बचाया था. इस दिन रावण के अत्याचारों का अंत हुआ था.
विजय दशमी का पर्व ये भी बताता है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित कभी नहीं हो सकता है. इसीलिए दशहरा के पर्व को असत्य पर सत्य की जीत के रूप में भी मनाया जाता है. दशहरा का पर्व सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है. ये पर्व बताता है कि व्यक्ति के जीवन में कितनी ही परेशानियां, बाधाएं और कष्ट हो, लेकिन सच्चाई और नेकी के मार्ग का कभी त्याग नहीं करना चाहिए. विपरीत परिस्थियों में भी जो व्यक्ति करूणा और दया का त्याग नहीं करता है, परेशानियों से विचलित नहीं होता है, ऐसे व्यक्ति को कोई भी ताकत सफल होने से नहीं रोक सकती है.
रावण दहन 2021 (Ravan Vadh)
दशहरा के पर्व पर रावण दहन किया जाता है. रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का भी दहन किया जाता है.
दशहरा कब का है 2021 (Dussehra 2021 Date in India Calendar)
पंचांग के अनुसार दशहरा का पर्व दिवाली से 20 दिन पूर्व मनाया जाता है. इस वर्ष यानी वर्ष 2021 में दिवाली का पर्व 04 नवंवर 2021 गुरुवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि पर मनाया जाएगा.
विजय दशमी पूजा मुहूर्त (Vijayadashami 2021 Date)
पंचांग के अनुसार 15 अक्टूबर 2021 को दशहरा का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन चंद्रमा मकर राशि और श्रवण नक्षत्र रहेगा. इस दिन मकर राशि में तीन ग्रहों की युति बनेगी. गुरु,शनि और चंद्रमा का गोचर मकर राशि में होगा. इस दिन पंचांग के अनुसार दोपहर 02 बजकर 02 मिनट से 02 बजकर 48 मिनट तक विजय मुहूर्त का योग बना हुआ है. दशमी की तिथि को शुभ कार्य करने के लिए भी उत्तम माना गया है. दशमी तिथि का प्रारम्भ 14 अक्टूबर 2021 को शाम 06 बजकर 52 मिनट पर और समापन 15 अक्टूबर, 2021 को शाम 06 बजकर 02 मिनट पर होगा