Dudheshwar Nath Temple : देवकुंड की दूधेश्वर नाथ महादेव मंदिर सावन में होती है भीड़
Dudheshwar Nath Temple ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में वैसे तो सभी महीनो को अहम बताया गया है लेकिन सावन का महीना विशेष माना जाता है जो शिव साधना को समर्पित होता है इस पूरे महीने भक्त शिव भक्ति में डूबे रहते हैं और पूजा आराधना और व्रत करते हैं इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई से होगी और इसका समापन 19 अगस्त को होगा। ऐसे पावन महीनों में शिव मंदिरों के दर्शन का विचार बना रहे हैं तो आज हम आपको शिव के एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां स्वयं भगवान राम ने शिव की पूजा की थी और इस मंदिर का निर्माण देवशिल्पी विश्वकर्मा जी ने किया था। आज हम आपको इस मंदिर से जुड़ी जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। देवकुंड मंदिर—
आपको बता दें कि भोलेबाबा का यह मंदिर बिहार के औरंगाबाद जिले में देवकुंड नामक स्थान पर स्थित है। वनवास के दौरान प्रभु राम ने यहां भगवान शिव की पूजा की थी। देवकुंड के इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग को दवधेश्वरनाथ महादेव के नाम से जाना जाता है। कहते हैं कि यह शिवलिंग यहां पर त्रेता युग से स्थापित है। धार्मिक अनुष्ठान के अनुसार च्यवन ऋषि के कहने पर भगवान श्रीराम ने शिवलिंग की स्थापना करके पूजा की जाती है। यह शिवलिंग नीलम पत्थर से निर्मित है जो कि दुर्लभ माना गया है। इस देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां पर नीलम शिवलिंग स्थापित है। माना जाता है कि जो भक्त यहां सच्ची श्रद्धा के साथ शिव की पूजा करता है, उसकी सारी मनोकामनाएं भगवान को शीघ्र पूर्ण कर देती हैं। सावन के महीनों में इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ दर्शन को जाती है। इसके अलावा यहां हर महीने प्रदोष और मासिक शिवरात्रि पर भी भक्त बाबा के दर्शन को आते हैं।