ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में खरमास के दिनों को बेहद ही खास माना गया है इस दौरान कई तरह के नियमों का पालन करना जरूरी होता है। इस साल खरमास का आरंभ 14 मार्च से हो चुका है और समापन 13 अप्रैल को हो जाएगा। ऐसे में खरमास के दिनों में किसी भी तरह का मांगलिक कार्य करना वर्जित होता है मान्यता है कि खरमास के दिनों में मांगलिक कार्यों को करने से न तो काम में सफलता मिलती है और ना ही शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं ऐसे में इस दौरान शादी विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नए कार्य की शुरुआत आदि कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
खरमास के दिनों में सूर्य साधना उत्तम मानी गई हैं लेकिन इस दौरान अगर कुछ कार्यों को किया जाए तो भगवान सूर्यदेव के साथ ही जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु की असीम कृपा प्राप्त होती है तो आज हम आपको उन्हीं कार्यों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
खरमास में जरूर करें ये काम—
ज्योतिष अनुसार खरमास के दिनों में भगवान विष्णु की पूजा जरूर करनी चाहिए। इस दौरान श्री हरि के मंत्रों का जाप, गुरु बृहस्पति की कथा, चालीसा और पाठ करने से जीवन में शुभता ताअती है। साथ ही परेशानियां दूर रहती है और कारोबार में तरक्की मिलती है। इसके अलावा खरमास के दिनों में दान करना भी उत्तम माना जाता है। इस दौरान अपनी क्षमता के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों को दान करने से देवी देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और कुंडली में सूर्य मजबूत होकर शुभ फल प्रदान करता है खरमास में रोजाना भगवान विष्णु के एकाक्षरी बीज मंत्र का जाप अधिक से अधिक करें। माना जाता है कि ऐसा करने से कष्टों का निवारण हो जाता है और भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
खरमास के 30 दिनों के बीच तीर्थ यात्रा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है इस दौरान सूर्य भगवान की पूजा करने के साथ ही गरीबों, गुरु, गाय और साधु संतों की सेवा करना भी लाभकारी माना जाता है ऐसा करने से मान सम्मान बढ़ता है। इस दौरान रोजाना सूर्यदेव को जल अर्पित करना चाहिए। इससे भगवान सूर्यदेव का आशीर्वाद मिलता है और तरक्की के योग बनते हैं।