हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता हैं लेकिन एकादशी का व्रत बेहद ही खास माना जाता हैं जो कि हर माह के दोनों पक्षों में पड़ता हैं अभी सावन का महीना चल रहा हैं और इस माह के आखिरी एकादशी व्रत को सावन पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जा रहा हैं जो कि बेहद ही खास होता हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता हैं इस दिन भक्त भगवान श्री हरि की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं इस बार सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 27 अगस्त को किया जाएगा। यह व्रत संतान की खुशहाली और तरक्की के लिए किया जाता हैं। इस दिन पूजा पाठ और व्रत के अलावा अगर कुछ उपायों को किया जाए तो संतान के जीवन पर आने वाला संकट दूर हो जाता है और उन्नति के योग बनते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इन्हीं उपायों के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
सावन पुत्रदा एकादशी पर करें ये उपाय—
संतान की उन्नति और समृद्धि के लिए सावन पुत्रदा एकादशी के दिन श्री कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत: क्लेश नाशाय गोविन्दाय नमो नम:। इस मंत्र का जाप करते हुए मोरपंख भगवान कृष्ण को अर्पित करें और संतान को इसे हमेशा साथ रखने के लिए कहें मान्यता है कि इस उपाय को करने से संतान पर आने वाला संकट दूर हो जाता हैं।
इसके अलावा पुत्रदा एकादशी पर पीपल के नीचे दीपक जलाकर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें ऐसा करने से संतान की उन्नति होती हैं और करियर में आने वाली हर बाधा भी दूर हो जाती हैं। एकादशी के दिन निसंतान दंपत्ति गरीब बच्चों को अन्न, वस्त्र, गुड़, घी का दान जरूर करें ऐसा करने से सूनी गोद शीघ्र भर जाती हैं।