आज आंवला नवमी पर कर लें ये एक काम, नहीं होगी पैसो की कमी

हिंदू पंचांग के अनुसार आज 2 नवंबर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन अक्षय नवमी मनाई जाएगी. इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है इसलिए इसे आंवला नवमी कहते हैं. =

Update: 2022-11-02 04:08 GMT

 हिंदू पंचांग के अनुसार आज 2 नवंबर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन अक्षय नवमी मनाई जाएगी. इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा की जाती है इसलिए इसे आंवला नवमी कहते हैं. इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने से सारे पाप नष्‍ट होते हैं. साथ ही भगवान विष्‍णु और माता लक्ष्‍मी की अपार कृपा होती है. आइए जानते हैं आज आंवला नवमी की पूजा का मुहूर्त, विधि और उपाय.

आंवले का पौधा लगाना बेहद शुभ

आज आंवला नवमी के दिन आंवले का पौधा लगाना बेहद शुभ होता है. आंवले का पौधा मंदिर या पार्क आदि में लगाना चाहिए और रोजाना उसकी सेवा करना चाहिए. यदि ऐसा संभव न हो तो आंवले के पेड़ या पौधे की पूजा जरूर करें.

आंवला नवमी 2022 पूजा का शुभ मुहूर्त

कार्तिक शुक्‍ल की नवमी तिथि 1 नवंबर की रात 11 बजकर 04 मिनट से 2 नवंबर, बुधवार की रात 09 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी. आंवला नवमी की पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 34 मिनट से दोपहर 12 बजकर 04 मिनट तक रहेगा. इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करने के अलावा आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करना बहुत शुभ होता है. ऐसा करने से जीवन में सुख-संपन्‍नता आती है. साथ ही सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

आंवला नवमी का है बड़ा महत्व

मान्‍यता है कि आंवला के पेड़ में भगवान विष्‍णु का वास होता है. आंवला नवमी के दिन ही भगवान विष्णु ने कुष्माण्डक दैत्य को मारा था. इसके अलावा अक्षय नवमी का संबंध भगवान श्रीकृष्ण द्वारा कंस का वध करने से भी है. इसलिए लोग अक्षय नवमी पर मथुरा-वृंदावन की परिक्रमा करते हैं.


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