पूजा के बाद जरूर करें यह एक काम, आपको मिलेगा पूर्ण फल

Update: 2023-06-11 14:26 GMT
भगवान के प्रति आस्था दिखाते हुए उनकी पूजा तो सभी करते हैं जो कि व्यक्ति को आंतरिक शक्ति देने का काम करती हैं और मनोबल बढ़ाती हैं। हर कोई चाहता हैं कि उसके द्वारा की गई पूजा से भगवान प्रसन्न हो और उसे आशीर्वाद दे। लेकिन अक्सर देखा गया हैं कि हम पूजा-पाठ तो अच्छे से कर लेते हैं लेकिन उसके बाद क्षमा याचना नहीं करते हैं जिसका हिंदू धर्म में पूजा के बाद नियम हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
हिंदू धर्म में क्षमा याचना के लिए यह मंत्र बोला जाता है -
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्।
पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥
मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन।
यत्पूजितं मया देव! परिपूर्ण तदस्तु मे॥
इस मंत्र का यह मतलब है कि भगवान मैं आपको बुलाना भी नही जानता और विदा करना भी नही। मुझे पूजा-पाठ करना भी नही आता है। मुझसे जो भी गलतियां हुई हैं उनके लिए मुझे क्षमा करें। मुझे न पूजा करने की प्रक्रिया पता है और न ही मुझे मंत्र याद हैं। मेरी पूजा स्वीकार करें।
अगर आप मंत्र जाप नही कर सकते हैं तो आप बिना मंत्र जाप के भी क्षमा याचना कर सकते हैं। क्षमा मांगने से हमारे अंदर अंहकार की भावना नही आती है। भगवान से क्षमा मांगने की यह परंपरा हमें यह संदेश देती है कि व्यक्ति को अपनी गलतियों के लिए तुरंत क्षमा मांग लेनी चाहिए।
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