माता रानी के आशीर्वाद के लिए नवरात्रि में करें ये काम

पावन नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की जाती है।

Update: 2022-04-03 11:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेक्स। चैत्र माह में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हुआ  है, पावन नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपासना की जाती है। सच्चे मन से मां की आराधना करने से सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। नवरात्रि पर अपने घर या प्रतिष्ठान में वास्तु में बताए गए कुछ आसान उपाय अवश्य करने चाहिए। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

नवरात्रि में विधि विधान से मां की पूजा करने से घर में मौजूद समस्त वास्तु दोष दूर हो जाते हैं और परिवार में सुख-शांति आती है। मां की पूजा से घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है। नवरात्रि में मां के समक्ष अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित करें। अखंड ज्योति से नकारात्मकता दूर होती है। प्रथम नवरात्रि को ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा में घट स्थापना करें। इस दिशा के आधिपत्य देव भगवान शिव हैं। अखंड ज्योति जलाने से घर-परिवार के सदस्य रोगों से दूर रहते हैं। कलश को सुख-समृद्धि और मंगल कामनाओं का प्रतीक माना गया है। ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में कलश रखने से जल तत्व से जुड़े वास्तुदोष दूर होकर सुख-समृद्धि आती है। नवरात्रि पर अपने घर या प्रतिष्ठान के पूजन कक्ष एवं मुख्य द्वार पर आम या अशोक के हरे पत्तों का बंदनवार लगाएं। नवरात्रि के दिनों में पूजन स्थल पर शुद्ध घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से परिवार को ख्याति प्राप्त होती है और रोग एवं क्लेश दूर हो जाते हैं। नवरात्रि के दिनों में कन्याओं को देवी मां के समान मानकर उनका आदर-सत्कार कर और उन्हें भोजन, उपहार प्रदान करें। अष्टमी और नवमी को कन्या पूजन के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। माता का दरबार जहां सजाएं वह स्थान स्वच्छ होना चाहिए। घर के समस्त दरवाजों पर दोनों तरफ हल्दी, सिंदूर या रोली से स्वास्तिक बनाएं। मां की पूजा के बाद घर में शंख और घंटी की ध्वनि करें। नवरात्रि में आप घर पर ओम का चिह्न बनाएं। देवी मां को लाल रंग के वस्त्र, लाल चंदन, रोली और मिठाई अर्पित करें।


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