कालाष्टमी व्रत पूजा के दौरान करें ये काम, फल की होगी प्राप्ति

Update: 2024-05-01 07:14 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : हिंदू धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाएं जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन कालाष्टमी का व्रत बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह की अष्टमी तिथि पर मनाया जाता है इस दिन भगवान शिव के रौद्र स्वरूप बाबा भैरव की विधिवत पूजा की जाती है और व्रत आदि भी रखा जाता है मान्यता है कि मासिक कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा की विधिवत पूजा अर्चना करने से जीवन के सारे दुख दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि बनी रहती है।
 पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर कालाष्टमी मनाई जाती है इस बार वैशाख माह में कालाष्टमी का व्रत आज यानी 1 मई दिन बुधवार को किया जा रहा है ऐसे में इस दिन भगवान की विधिवत पूजा कर अगर उनकी प्रिय आरती का पाठ किया जाए तो प्रभु शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भैरव बाबा की आरती।
 यहां पढ़ें भैरव बाबा की आरती—
जय भैरव देवा, प्रभु जय भैंरव देवा।
जय काली और गौरा देवी कृत सेवा।।
तुम्हीं पाप उद्धारक दुख सिंधु तारक।
भक्तों के सुख कारक भीषण वपु धारक।।
वाहन शवन विराजत कर त्रिशूल धारी।
महिमा अमिट तुम्हारी जय जय भयकारी।।
 तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे।
चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे।।
तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी।
कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी।।
पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत।।
बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत।।
बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें।
कहें धरणीधर नर मनवांछित फल पावें।।
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