वास्तु दोष से छुटकारे के लिए करें ये उपाय

धार्मिक और प्राकृतिक महत्व से श्रावण माह में अमावस्या का विशेष महत्व है।

Update: 2021-08-07 05:45 GMT

धार्मिक और प्राकृतिक महत्व से श्रावण माह में अमावस्या का विशेष महत्व है। अमावस्या के दिन जप, तप, दान और स्नान विशेष फलदायी है। अगर कोई व्यक्ति इस दिन दान देता है तो माना जाता है कि यह सीधे उसके पूर्वजों को प्राप्त होता है। इस दिन लोग व्रत करते हैं और पितरों से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। अगर इस दिन कुछ उपाय किए जाएं तो घर के वास्तु दोष हमेशा के लिए दूर हो जाते हैं।

अमावस्या के दिन दान करने से पितरों की आत्मा को तृप्ति प्राप्त होती है। इस दिन जरूरतमंदों को भोजन अवश्य कराएं। अमावस्या पर मछलियों या चींटियों को आटा या चीनी खिलाएं। यदि परेशानियों ने घेर रखा है तो अमावस्या के दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। अमावस्या की शाम को घर के ईशान कोण में घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से दरिद्रता दूर हो जाती है। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं। अमावस्या के दिन कौड़ी और तांबे के सिक्के को लाल फीते में लगाएं और उसे मुख्य द्वार पर लटका दें। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अमावस्या के दिन पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें। कपूर, चंदन और लोबान का धुआं करें। अमावस्या पर घर में पितरों की तस्वीर लगाने के लिए अच्छा दिन माना जाता है। अमावस्या के दिन भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करें। श्रीयंत्र को स्थापित करें। इस दिन पीले वस्त्र धारण कर पूर्वजों का ध्यान करें।

इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है। 

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