हिंदू धर्म को मानने वाले लोगों के लिए श्रावण मास बेहद खास महीना माना जाता हैं। जो कि शिव भक्ति को समर्पित होता हैं। इस पूरे महीने भक्त भगवान शिव की भक्ति में लीन रहते हैं। इस बार का सावन दो महीनो का रहेगा। क्योंकि इस साल अधिक मास हैं ऐसे में भक्तों को शिव साधना के लिए अधिक समय मिल रहा हैं।
श्रावण मास का आरंभ इस बार 4 जुलाई दिन मंगलवार यानी कल से हो रहा हैं इस माह के प्रथम दिन ही इस बार मंगल गौरी व्रत पड़ रहा हैं जो कि माता पार्वती के गौरी स्वरूप की पूजा अर्चना के लिए खास दिन होता हैं। मंगल गौरी का व्रत शादीशुदा महिलाएं और कुंवारी कन्याएं अच्छे वर और सुख सौभाग्य की कामना से करती हैं।
इस दिन माता गौरी, भगवान शिव और श्री गणेश की पूजा की जाती हैं माना जाता हैं कि ऐसा करने से साधक पर उनकी विशेष कृपा रहती हैं। ज्योतिष अनुसार इस दिन व्रत पूजन करने से मंगल दोष का निवारण हो जाता हैं। मंगल गौरी व्रत के दिन पूजा पाठ और व्रत के साथ अगर कुछ विशेष उपायों को भी किया जाए तो सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान हो जाता हैं और शीघ्र विवाह के योग बनने लगते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा इस दिन किए जाने वाले उपाय बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मंगला गौरी व्रत के उपाय-
जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष हैं वे लोग इससे मुक्ति पाने के लिए श्रावण मास में पड़ने वाले मंगला गौरी व्रत के दिन उपवास रखते हुए विधिवत पूजा करें साथ ही श्री मंगला गौरी मंत्र ॐ गौरीशंकराय नमः का 108 बार जाप जरूर करें। इसके बाद माता को सिंदूर चढ़ाएं और इसी सिंदूर को अपने माथे पर तिलक की तरह लगाएं।
ऐसा करने से मंगल दोष का निवारण होता हैं साथ ही साथ शीघ्र विवाह के योग भी बनने लगते हैं। दांपत्य जीवन में खुशहाली लाने के लिए शादीशुदा महिलाएं मंगल गौरी का व्रत करते हुए माता गौरी को 16 श्रृंगार की चीजें चढ़ाएं। फिर व्रत कथा का पाठ करें ऐसा करने से पति पत्नी के रिश्तों में मधुरता बनी रहती हैं।