वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में अहम भूमिका अदा करता हैं इसमें व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हर एक चीज़ को लेकर नियम और उसके रख रखाव के बारे में बताया गया हैं। वास्तु नियमों का अगर पालन किया जाए तो व्यक्ति को सकारात्मक लाभ मिलते हैं लेकिन इनकी अनदेखी समस्याओं को बढ़ा सकती हैं।
वास्तुशास्त्र में कुछ पेड़ पौधों को दक्षिण दिशा में लगाना अशुभ माना गया हैं कहते हैं कि अगर घर की इस दिशा में इन पौधों को लगाया जाए तो परिवार की तरक्की ठहर जाती हैं और दुर्भाग्य में वृद्धि होती हैं, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बता रहे हैं कि घर की दक्षिण दिशा में किस पौधे को स्थान नहीं देना चाहिए तो आइए जानते हैं।
दक्षिण दिशा में न लगाएं ये पौधा—
वास्तुशास्त्र की मानें तो मनी प्लांट को भूलकर भी दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इस दिशा में मनी प्लांट को लगाने से नुकसान होने लगता हैं आप चाहते तो मनी प्लांट को घर की पूर्व या फिर उत्तर दिशा में लगा सकते हैं इससे परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होती हैं। इसके अलावा तुलसी को भी इस दिशा में लगाना अशुीा माना गया हैं। कहते हैं कि पवित्र तुलसी को अगर दक्षिण दिशा में लगाया जाए तो माता लक्ष्मी क्रोधित हो जाती हैं जिससे घर में कंगाली पसर जाती हैं। वास्तु में तुलसी को लगाने के लिए पूर्व या उत्तर की दिशा को शुभ बताया गया हैं।
शास्त्र अनुसार केले के पौधें में भगवान विष्णु का वास होता हैं ऐसे में इसे घर की पूरब या उत्तर दिशा में लगाने से परिवार में बरकत आती हैं साथ ही नकारात्मकता दूर रहती हैं लेकिन अगर इसे दक्षिण दिशा में लगा दिया जाए तो केवल दुर्भाग्य पैदा होता हैं। वही शमी के पौधे में शनि का वास माना गया हैं ऐसे में भूलकर भी इस पौधे को घर की दक्षिण दिशा में स्थान ना दें। क्योंकि ऐसा करने से हर क्षेत्र में नुकसान होता हैं इस पौधे को आप पूर्व या ईशान कोण में लगा सकते हैं ये दिशाएं शमी के पौधे के लिए सर्वोत्तम मानी गई हैं।