हिंदू धर्म में ग्रहण काल को बेहद ही खास माना जाता है इस बार साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई दिन शुक्रवार यानी की आज लग रहा है जो कि महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसी दिन वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार भी मनाया जा रहा है।
ज्योतिष की मानें तो आज लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया चंद्र ग्रहण है जिसका सूतक काल भारत में मान्य नहीं होगा। लेकिन ग्रहण काल के समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है वरना व्यक्ति को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है तो आज हम आपको उन्हीं के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
ग्रहण काल में ना करें ये काम—
ज्योतिष अनुसार ग्रहण काल को बेहद अशुभ माना जाता है ऐसे में इस दौरान सभी प्रकार के शुभ व मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। मान्यता है कि इस दौरान किए जाने वाले शुभ कार्यों का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है इसके अलावा ग्रहण काल के समय खरीदारी करना भी मना होता है। साथ ही इस दौरान भोजन आदि बनाने और करने से भी बचना चाहिए। क्योंकि ग्रहण का अशुभ प्रभाव इन चीजों पर पड़ता है।
मान्यता है कि चंद्र ग्रहण के समय भगवान की मूर्ति को भी स्पर्श नहीं करना चाहिए ऐसा करने से देवी देवता क्रोधित हो जाते है। इस अवधि में सोना भी मना होता है साथ ही गर्भवती महिलाओं को इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए वरना ग्रहण का अशुभ प्रभाव शिशु पर पड़ सकता है।