भारत के हर घर में छोटा हो या बड़ा मंदिर तो जरूर होता ही हैं। उस मंदिर में घर के सदस्यों द्वारा पूजा की जाती हैं ताकि घर में सकारात्मक उर्जा का आगमन हो और सुख-शांति बनी रहें। लेकिन अपार कोशिश करने के बाद भी कभी-कभी कुछ गलतियों के कारण यह नहीं हो पाता। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं मंदिर से जुडी कुछ ऐसी गलतियां जो अक्सर लोग करते हैं। जिस कारण से पूजा का फल प्राप्त नहीं हो पाता हैं। तो आइये जानते हैं पूजाघर से जुडी उन गलतियों के बारे में।
* एक भगवान की दो तस्वीर ना रखें :
दोस्तों, इस बात का खास ख्याल रखें कि अपने घर के मंदिर में एक हीं भगवान की 2 तस्वीरें गलती से भी ना रखें। और खासकर भगवान गणेश की 3 प्रतिमाएं तो बिल्कुल भी ना रखें। कहा जाता है कि इससे आपके हर शुभ कार्य में अड़चन पैदा होने लग जाती है।
* खंडित मूर्ति :
यहां दोष का होना घर के सभी सदस्यों पर बुरा प्रभाव लाता है। वास्तु विज्ञान के अनुसार घर में भूल से भी ‘खंडित मूर्ति’ ना रखें। वास्तु शास्त्र की मानें तो ऐसी मूर्तियां घर में नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं। दूसरी ओर शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार खंडित मूर्तियों की पूजा करने से देवतागण नाराज होते हैं। इसलिए कोशिश करें कि आप घर में खंडित मूर्ति ना रखें, यदि आपको मूर्ति कहीं से टूटी हुई दिख जाए तो उसे जल्द से जल्द सही करवाएं या बदलकर नई मूर्ति की पूण विधि -विधान से स्थापना करें।
* मंदिर का सही स्थान :
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा का स्थान घर के उत्तर या पूर्व दिशा में बनाएं। दक्षिण या पश्चिम दिशा अशुभ फलदाई हो सकता है। घर के मंदिर में दो शंख गलती से भी ना रखें।
* ज्यादा बड़ी मूर्तियां नहीं रखें :
अपने घर में बने मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए किसी भी देवता की बड़ी मूर्ति ना रखें। यहां तक कि अगर आप अपने मंदिर में शिवलिंग भी रखना चाहें तो शिवलिंग का आकार अंगूठे के आकार इतना हीं रहे। शिवलिंग काफी संवेदनशील रहता है, इस वजह से मंदिर में हमेशा छोटा शिवलिंग रखना ही उचित माना जाता है।
* मंदिर के आस-पास शौचालय ना हो :
घर के पूजा घर के ऊपर या फिर अगल-बगल में शौचालय ना बनवाएं। ध्यान रखें कि घर के रसोई घर में भी मंदिर ना रखें। वास्तु शास्त्र में इसे गलत बताया गया है।