राहुकाल में न करे ये काम वरना हो सकता है भारी नुकसान, जानें इनके उपाय

हिंदू धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व है.

Update: 2021-01-06 07:35 GMT

जनता से रिश्ता बेवङेस्क|  हिंदू धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व है.यही कारण है कि लोग किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले किसी ज्योतिषी से शुभ मुहूर्त निकलवाते हैं ताकि उस दौरान किए गए कार्य के शुभ परिणाम मिलें. लेकिन कई बार काफी मेहनत और लगन से काम करने के बावजूद परिणाम अच्छे नहीं मिलते. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हुआ है तो हो सकता है कि आपने वो काम राहुकाल के दौरान किया हो. धर्म शास्त्रों में राहुकाल को अशुभ मुहूर्त माना गया है. इस दौरान शुभ कार्य करने की मनाही है. जानिए राहुकाल से जुड़ी जरूरी जानकारी.

 हर दिन डेढ़ घंटे का होता है राहुकाल

राहुकाल सप्ताह के अलग अलग दिनों में अलग अलग समय पर होता है. कभी सुबह, कभी दोपहर तो कभी शाम के समय आता है. लेकिन इसका समय सूर्यास्त से पहले ही होता है. राहुकाल की अवधि सूर्योदय से सूर्यास्त तक के समय के 8वें भाग के बराबर होती है यानी इसका कुल समय करीब डेढ़ घंटा होता है. राहुकाल को छायाग्रह का काल कहते हैं. इस डेढ़ घंटे के दौरान किसी भी शुभ कार्य को नहीं करना चाहिए.

हर दिन अलग अलग समय पर राहुकाल

सोमवार को सुबह 7ः30 से 9ः00 बजे तक राहुकाल होता है.

मंगलवार को दोपहर 3ः00 से 4ः30 बजे तक राहुकाल होता है.

बुधवार को दोपहर 12ः00 से 1ः30 बजे तक राहुकाल माना गया है.

गुरुवार को दोपहर 1ः30 से 3ः00 बजे तक का समय यानी दिन का छठा भाग राहुकाल होता है.

शुक्रवार को दिन का चौथा भाग राहुकाल होता है यानी सुबह 10ः30 बजे से 12 बजे तक का समय राहुकाल है.

शनिवार को सुबह 9ः00 बजे से 10ः30 बजे तक के समय को राहुकाल माना गया है.

रविवार को शाम 4ः30 से 6ः00 बजे तक राहुकाल होता है.

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