राधा अष्टमी के दिन भूल कर भी ना करें ये गलत काम

यहां जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

Update: 2023-09-22 04:13 GMT

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन को श्री कृष्ण की प्रिय राधा रानी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार श्री कृष्ण के जन्म के 15 दिन बाद राधा रानी का जन्म हुआ था। इसीलिए इस दिन को राधा रानी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है और राधा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। श्रीकृष्ण प्रिय राधा रानी के जन्मोत्सव पर उनके भक्त इस दिन उनके लिए व्रत रखते हैं और सच्चे मन से उनकी पूजा करते हैं।

साल 2023 में राधा अष्टमी 23 सितंबर, शनिवार को मनाई जाएगी। इस दिन लोग मंगल कामना के लिए व्रत कर सकते हैं और अगर आप नियम के अनुसार व्रत करेंगे तो आपको मनवांछित फल की प्राप्ति होगी और आपके घर में खुशियों का वास होगा। राधा अष्टमी भगवान कृष्ण और राधा रानी के भक्तों के लिए बहुत खास दिन है। इस दिन लोग श्री कृष्ण और राधा रानी की भक्ति में समर्पित होते हैं और व्रत रखते हैं।

राधा अष्टमी पूजा शुभ मुहूर्त

राधा अष्टमी के दिन, यह 23 सितंबर को सुबह 11:01 बजे शुरू होगा और दोपहर 1:26 बजे समाप्त होगा।

अष्टमी तिथि 22 सितंबर 2023 को दोपहर 1:35 बजे शुरू होगी और 23 सितंबर 2023 को दोपहर 12:17 बजे तक रहेगी.

इस दौरान आप श्री राधे जी की पूजा कर सकते हैं।

पीले रंग का महत्व

इस दिन पीले रंग का बहुत महत्व होता है। राधा जी को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। इस दिन व्रत या पूजा करने वाले व्यक्ति को पीले वस्त्र धारण करने चाहिए। इस दिन पूजा के साथ श्री राधे-कृष्ण की मूर्ति पर पीला कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। श्रीराधे को पीले फल और फूल अवश्य चढ़ाएं। यदि संभव हो तो इस दिन का भोग प्रसाद भी पीला होना चाहिए।

Tags:    

Similar News

-->