धर्म अध्यात्म: अनंत चतुर्दशी की खास धार्मिक मान्यता होती है. इस दिन भक्त प्रभु श्री विष्णु (Lord Vishnu) के लिए व्रत रखकर पूजा करते हैं. हिंदू पंचांग के मुताबिक, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जाता है. अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष पंचांग के मुताबिक, चतुर्दशी तिथि 28 सितंबर के दिन पड़ रही है तथा इसका समापन 28 सितंबर की ही शाम 6 बजकर 49 मिनट पर हो जाएगा. वही अनंत चतुर्दशी के दिन ही गणपति विसर्जन किया जाता है।
अनंत चतुर्दशी शुभ मुहूर्त:-
पंचांग के मुताबिक, चतुर्दशी तिथि का आरंभ 27 सितंबर रात 10 बजकर 18 मिनट पर होगा और 28 सितंबर को शाम 6 बजकर 49 मिनट पर इसका समापन होगा। उदया तिथि के अनुसार 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा।
अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्त: सुबह 6:12 मिनट से शाम 6:49 तक
अनंत चतुर्दशी 2023 पर गणपति विसर्जन का मुहूर्त:-
अनंत चतुर्दशी के दिन ही गणपति विसर्जन किया जाता है। पंचांग के अनुसार, 28 सितंबर को गणपति विसर्जन के लिए तीन मुहूर्त बन रहे हैं।
पहला मुहूर्त: सुबह 6:11 मिनट से 7:40 मिनट तक
दूसरा मुहूर्त: सुबह 10:42 मिनट से दोपहर 3:10 मिनट तक
तीसरा मुहूर्त: 4:41 मिनट से रात 9:10 मिनट तक
अनंत चतुर्दशी पूजन विधि:
इस दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें। तत्पश्चात, जिस जगह पूजा करनी है, उसे स्थान को साफ करके भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें। उनको अक्षत, फूल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करने के बाद ज्यादा से ज्यादा श्री हरि के मंत्रों का जाप करें। पूजा के अंत में भगवान विष्णु को अनंत सूत्र अर्पित करें।
अनंत चतुर्दशी मंत्र:
अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव। अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।