सोमवार के दिन जरूर करें इन मंत्रों का जाप, बनी रहेगी शिवजी की कृपा
सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-उपासना की जाती है। खासकर शैव और लिंगायत समुदाय के लिए सोमवार का दिन किसी उत्सव से कम नहीं होता है।
सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-उपासना की जाती है। खासकर शैव और लिंगायत समुदाय के लिए सोमवार का दिन किसी उत्सव से कम नहीं होता है। इसके साथ ही भक्तगण अपनी इच्छा पूर्ति के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा कर उन्हें मनाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि नाम के अनुरूप भगवान शिव अपने भक्तों के लिए भोला ही हैं। व्यक्ति उनकी जरा सी भक्ति कर मनचाहा वर प्राप्त कर सकता है। हालांकि, आधुनिक समय में लोग समय की कमी के कारण श्रद्धापूर्वक पूजा-उपासना नहीं कर पाते हैं। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो आप इन मंत्रों का सुमरन कर भोले को रिझा सकते हैं, उन्हें मना सकते हैं। आइए-उन मंत्रों को जानते हैं, जिनके जाप से आप मनचाहा चीज पा सकते हैं-
धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि कलियुग केवल नाम अधारा! सुमिर सुमिर नर उताराहि ही पारा!! इसका अर्थ है कि अगर व्यक्ति कलियुग में भगवान की पूजा नहीं कर पाता है तो वह केवल नाम मात्र के सुमरन से भगवान को पा सकता है। साथ ही व्यक्ति के सभी मनोरथ समयानुसार सिद्ध हो जाते हैं।
-भगवान शिव पंचाक्षर मंत्र
ॐ नमः शिवाय।
इस मंत्र के एक स्फटिक माला जाप से व्यक्ति का तन-मन शुद्ध हो जाता है। साथ ही व्यक्ति पर भगवान शिव की विशेष कृपा बरसती है।
-भगवान शिव गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।
इस मंत्र के जाप से व्यक्ति और व्यक्ति के सकल परिवार का कल्याण होता है। व्यक्ति इस मंत्र को रोजाना जाप कर सकते हैं। खासकर सोमवार के दिन एक माला का जाप विशेष फलदायी होता है।
ईश्वर की धरती पर सर्वोत्कृष्ट कृति है मां
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
ऐसी मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से कृपाचार्य ने मृत्यु को भी जीत लिया है। अतः यह मंत्र बहुत प्रभावकारी है। खासकर दुःख , संकट और घातक बीमारी के समय महामृत्युंजय मंत्र का जाप बहुत फलकारी होता है।